Made in India: एक टीवी इवेंट के दौरान आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव ने बड़ी जानकारी दी। दरअसल मंत्री वैष्णव का कहना है कि भारत की पहली ‘मेड-इन-इंडिया’ चिप दिसंबर 2024 तक उपलब्ध हो जाएगी। दरअसल उनका कहना है कि भारत आईटी की दिशा में अग्रसर है अब भारत इलेक्ट्रॉनिक्स का हब भी बन चुका है और अब भारत चिप्स विकसित करने में अग्रसर हो रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘इंडियाज टेकेड: चिप्स फॉर विकसित भारत’ कार्यक्रम की नींव रखी:
दरअसल एक मीडिया इवेंट में मंत्री वैष्णव ने बताया कि वर्तमान में भारत से एक बिलियन डॉलर के टेलीकम्युनिकेशन इक्विपमेंट का एक्सपोर्ट हो रहा है और अगले 5 सालों में भारत दुनिया के टॉप-5 चिप ईकोसिस्टम का हिस्सा बनेगा। दरअसल हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘इंडियाज टेकेड: चिप्स फॉर विकसित भारत’ कार्यक्रम में लगभग 1.26 लाख करोड़ रुपए के तीन सेमीकंडक्टर फैसिलिटीज की नींव भी रखने का काम किया था। दरअसल इसके माध्यम से, भारत को सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के लिए एक ग्लोबल हब बनाने में मदद मिलेगी।
चिप क्या होती है और कैसे काम करती है?
दरअसल आपको बता दें की यह सेमीकंडक्टर चिप सिलिकॉन की बनी हुई होती है। जो की एक सर्किट में इलेक्ट्रिसिटी कंट्रोल करने के काम करती है। इसके साथ ही यह चिप विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को ऑपरेट करने में मदद करती हैं, जैसे कि कंप्यूटर, लैपटॉप, कार, वॉशिंग मशीन, ATM, अस्पतालीय मशीनें, और स्मार्टफोन। इन चिप्स के बिना आधुनिक तकनीक की संभावनाएं अधूरी रह जातीं।
भारत में सेमीकंडक्टर उत्पादन की वृद्धि:
भारत में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नई उछाल आने के साथ ही सेमीकंडक्टर उत्पादन में भी बड़े बदलाव दिख रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस लक्ष्य के माध्यम से भारत अपने टेक्नोलॉजी उत्पादन में आत्मनिर्भर बन रहा है और चिप्स विकसित करने में एक महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है।