Person asked for euthanasia : कई बार होता है कि जीवन की परेशानियों से थककर हम सोचने लगते हैं कि इससे तो मौत ही आ जाती। भले ये खयाल क्षणिक हो, लेकिन कभी न कभी सभी के मन में आता ही है। हालांकि ऐसे विचार आने नहीं चाहिए और अगर आए तो इन्हें तुरंत झटक देना चाहिए। जीवन एक अनमोल उपहार है और इसकी तमाम कठिनाइयों के बावजूद इसे भरपूर जीना चाहिए। लेकिन कई बार किसी किसी के लिए स्थिति असह्य हो जाती है।
ऐसा ही कुछ हुआ कनाडा के सेंट कैथरींस में रहते आमिर फरसौद के साथ।। 54 साल के आमिर का कुछ साल पहले एक्सीडेंट हो गया था और फिर उन्हें कई बीमारियों ने जकड़ लिया। डिस्क डिस्ऑर्डर, स्पाइनल स्टेनोसिस, स्पोंडिलोसिस, पल्मनरी डिजीज जैसी कई बीमारियों से वो परेशान हो गए और फिर उन्होने पिछले दिनों इच्छामृत्यु यानी ‘मेडिकल असिस्टेंस इन डाइंग’ (MAiD) के लिए आवेदन कर दिया। दर्द और कई डिसेबिलिटी के कारण वो जीवन से मुक्ति पाना चाहते थे। उसपर वो जिस बिल्डिंग में रहते थे वो भी बिक गई, और उनके पास रहने को भी जगह नहीं थी।
अपनी शारीरिक और आर्थिक परेशानियों से घिरे आमिर के इस दौर में एफी सी नाम की महिला फरिश्ता बनकर आई। उन्हें जब इस बारे में पता चला तो उन्होने आमिर के लिए GoFundMe वेबसाइट पर क्राउडफंडिग शुरू की। उन्होने कहा कि वो इतना पैसा इकट्ठा करना चाहती है जिससे आमिर के अगले 7 साल के खाने और रहने की व्यवस्था हो जाए। इस काम को उन्होने Choose 2 Live नाम दिया है। ये पोस्ट लोगों ने पढ़ी और कई हाथ मदद के लिए आगे आए। अब तक करीब 1200 लोग लगभग 50 लाख रुपए डोनेट कर चुके हैं। इसके बाद आमिर की सोच भी बदल गई है और वो इच्छामृत्यु की एप्लीकेशन वापिस लेने का सोच रहे है। ओटावा सिटी न्यूज से बात करते हुए वे काफी इमोशनल नजर आए। उन्होने कहा कि उन्हें लगता था कि इस साल के दिसंबर तक वो दुनिया को अलविदा कह देंगे। लेकिन लोगों की इस मानवीयता ने उन्हें फिर से जीने की राह दिखाई है।