Social Media Viral : एयरपोर्ट से घर जाने के लिए बुक की कैब, किराया देखकर उड़ गए होश, लोगों ने किए मज़ेदार कमेंट्स

कहीं आने जाने के लिए इन दिनों ओला-उबर जैसी कंपनियों की सेवाएँ काफ़ी सुविधाजनक हो गई हैं। बस एक क्लिक पर गाड़ी आपकी बताई जगह पर हाज़िर हो जाती है। लेकिन कई बार ये भी होता है कि इनका किराया इतना ज़्यादा बताया जाता है, जो कहीं से भी जस्टिफ़ाई नहीं होता। ऐसा ही वाक़या हुआ बेंगलुरु में एक शख़्स के साथ।

Cab

Social Media Viral : आजकल तकनीक ने हमारे जीवन को काफी आसान कर दिया है। अधिकांश चीजें सिर्फ एक क्लिक की दूरी पर है। इन्हीं में से एक है ऑनलाइन कैब बुक करने की सुविधा। हममें से ज़्यादातर लोग टैक्सी सेवा का उपयोग करते ही हैं। कहीं आने-जाने के लिए ये काफ़ी सुविधाजनक विकल्प है।  अच्छी बात ये कि इसका किराया भी ज़्यादातर जेब के लिए मुफीद ही होता है। लेकिन कई बार पिक-अवर्स में या फिर देर रात या किसी ख़ास स्पॉट से कैब बुक की जाए, को किराया कई गुना बढ़ाकर भी बताया जाता है।

कैब का किराया सुनकर आ जाएगा चक्कर

क्या हो अगर आपकी कैब का किराया उतना हो जितने में आप ट्रेन से लंबी दूरी तय कर सकते हैं। ऐसा ही एक वाक़या हाल ही में बेंगलुरु (Bengaluru) में हुआ। ये शहर लंबी दूरी और उससे ज़्यादा अपने लंबे ट्रैफ़िक जाम के लिए जाना जाता है। कहते हैं कि अगर आपको यहाँ कहीं पहुँचना हो तो एक दो घंटे एक्स्ट्रा ही लेकर निकलना चाहिए। यही कारण है कि इस शहर में ओला उबर जैसी कंपनियों की कैब सर्विस भी कई बार खांसी महँगी पड़ती है।

सोशल मीडिया वायरल

हाल ही में सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर राजेश भट्टड नाम के एक व्यक्ति ने अपना अनुभव साझा किया है। वो केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से बेंगलुरु के दक्षिण-पूर्वी उपनगर तक उबर कैब (Uber Cab) बुक करना चाह रहे थे। लेकिन जो किराया दिखाया गया, वो देखकर राजेश चौंक गए। कैब सर्विस उन्हें 1931 रुपये किराया बता रही थी। अब इसका स्क्रीन शॉट उन्होंने एक्स पर शेयर किया है। इस पोस्ट पर अब लोग काफ़ी मज़ेदार कमेंट्स कर रहे हैं। एक ने लिखा है कि इतना किराया देने के लिए तो fd तोड़नी पड़ेगी तो दूसरा लिख रहा है एयरपोर्ट से कैब हमेशा महँगी मिलती है, आप उबर/ओला मेले को लगभग 30-50% तक कम करने के लिए सरल हैक आज़मा सकते हैं। पिक-अप स्थान में – हवाईअड्डा क्षेत्र का चयन न करें (अधिकांश यात्री यह साधारण गलती करते हैं)। इसके बजाय कुछ मील चलें और हवाईअड्डे की सीमाओं के ठीक बाहर पिक-अप का चयन करें। वहीं कई और लोग भी इसी तरह के अनुभव साझा कर रहे हैं। फ़िलहाल पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल है।

 


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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