इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Department) के निर्देश पर स्कूल (School) तो खुल गए है लेकिन निजी स्कूल नियमों का पालन नहीं कर रहे है। इसका सबसे बड़ा हर्जाना शिक्षकों (Teacher) को भुगतना पड़ रहा है। आलम ये है कि निजी स्कूल (Private Schools) छात्रों (Student) से तो फीस वसूल रहे है लेकिन शिक्षकों (Teacher) का वेतन 50 प्रतिशत से भी काम वेतन (Salary) दिया जा रहा है। इतना ही नहीं कईयों की नौकरी (Job) भी जा चुकी है।
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इसको लेकर अशासकीय शिक्षक कर्मचारी यूनियन एटक में आक्रोश व्याप्त है।वही शिक्षकों में भी नाराजगी है। अशासकीय शिक्षक कर्मचारी यूनियन एटक इंदौर ने इस संबंध में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan), श्रमायुक्त, शिक्षा विभाग और अन्य उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा है। यदि जल्द ही आदेशों का पालन नहीं किया गया तो यूनियन धरना प्रदर्शन व चरणबध्द तरीके से आंदोलन (Protest) करेगी।