नामांतरण के बदले 20,000 की रिश्वत ले रहा तहसील का क्लर्क रंगे हाथों गिरफ्तार

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  लोकायुक्त ग्वालियर (Lokayukta Gwalior) की टीम ने नामांतरण कराने की एवज में 20,000 रुपये की रिश्वत मांग रहे भिंड (Bhind)  जिले की मौ तहसील (Mau Tehsil) के एक क्लर्क को रंगे हाथों गिरफ्तार (Clerk Red Handed Arrest) कर लिया। क्लर्क  इलाज कराने ग्वालियर आया था।

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लोकायुक्त इंस्पेक्टर आराधना डेविस ने बताया कि भिंड जिले की मौ तहसील में आवेदक हरी सिंह राणा ने पिताजी की मृत्यु के बाद जमीन नामांतरण का आवेदन दिया था।  वहां  पदस्थ क्लर्क श्रीकृष्ण बोहरे इसके लिए रिश्वत की मांग कर रहा था। मामला 20,000 रुपये में तय हुआ। रिश्वत कल मंगलवार को देनी थी लेकिन श्रीकृष्ण का एक्सीडेंट हो गया तो कल रिश्वत की रकम नहीं दी जा सकीय।  वे इलाज के लिए ग्वालियर के एक निजी अस्पताल में आ गए यहाँ आकर उन्होंने हरी सिंह को पैसे लेकर आने के लिए कहा,  और जैसे ही हरीसिंह ने क्लर्क को पैसे दिए वहां पहले से ही तैयार आराधना डेविस साथी इंस्पेक्टर कवीन्द्र सिंह चौहान एवं ब्रजमोहन नरवरिया की टीम ने क्लर्क श्रीकृष्ण बोहरे को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....