दरअसल बीजेपी सांसद गुमानसिंह डामोर रविवार दोपहर स्थानीय सांसद कार्यालय पर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस पहुंचे थे। जहां उनहोंने रेलवे लाइन के लिए 7000 करोड़ की लागत वाला बजट मंजूर करवाया। सांसद डामोर ने कहा कि मैंने अपने कार्यकाल में इस संसदीय क्षेत्र में विकास के अनेक कार्य किए है। जिसमे मुख्य रूप से हर घर और हर खेत तक पानी पहुंचाने के लिए नल-जल योजनाओं का शुभारंभ के साथ मुख्य रूप से कृषि के क्षेत्र में भारत सरकार सहित इस संसदीय क्षेत्र में भी यह मेरी पहली प्राथमिकता है। केंद्र सरकार के वित्त और रेल्वे मंत्रालय द्वारा जारी बजट में प्रथम बार मप्र को रेल्वे परियोजनाओं के लिए सर्वाधिक राषि देने की घोषणा की गई है। मैंने अपनी वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 की सांसद निधि कोरोना से रोकथाम के लिए समर्पित कर दी है।
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सांसद डामोर ने आगे बताया कि उनकी एवं मप्र तथा केंद्र सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हर घर और हर खेत तक पानी पहुंचाने की है। इस दिशा में तीव्र गति से कार्य भी किया जा रहा है। कृषि के क्षेत्र में इस संसदीय क्षेत्र को मजबूत बनाया जा रहा है। झाबुआ जिला लगताार सिंचाई के क्षेत्र में सशक्त हो रहा है। सांसद ने बताया कि उनके द्वारा अपने कार्यकाल में झाबुआ और आलीराजपुर जिले में विद्युत सेवाएं सुचारू रूप से संचालन के लिए 50 से अधिक ग्रामों में डीपी और ट्रांसफार्मर लगवाए गए है। झाबुआ जिले से सटा मुख्य माछलिया घाट का जीर्णोद्धार कार्य आरंभ करवाया जा रहा है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया जारी गई है। वही पूर्व की नाथ सरकार के लिए कहा कि पूर्व में मप्र में एक साल की कमलनाथ सरकार में 565 नई रेल्वे परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया था, लेकिन कार्य एक भी प्रारंभ नहीं हुआ। सांसद डामोर ने कहा कि शायद यह उक्त क्षेत्र के विधायक एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री को नजर नहीं आ रहा है, इसलिए वह अनर्गल आरोप लगा रहे है। सांसद ने बताया कि उन्होंने संसद में इस संसदीय क्षेत्र की दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं को, जिन्हें वर्तमान में होल्ड पर रखा गया है, उसे जल्द ही स्वीकृति एवं मंजूरी देकर कार्य प्रारंभ करवाने के लिए वह पूरी तरह से प्रयासरत है।
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