भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (MP Home Minister Dr Narottam Mishra) ने कहा कि कमलनाथ जी इस प्रकार का ढोंग करके सामाज को बाटना बंद करिए जैसा सोमवार को आपने सदन मे किया था। अगर आप आदिवासियों के इतने हितैषी थे तो 15 महीने आप की सरकार थी तब आपने पांचवी अनुसूची जारी क्यों नहीं की। कमलनाथ जी आपके पास 2 पद हैं- नेता प्रतिपक्ष का पद जनजाति के किसी विधायक को सौंप कर अच्छी पहल करिये तब आप माने जाएंगे कि सचमुच में आदिवासियों के हितैषी हैं।
गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि वैसे भी आप कह चुके हो की आपको विधानसभा (Madhya Pradesh Legislative Assembly) का ज्ञान नहीं है। कमलनाथ जी हमेशा बेतुकी बातें ही करते हैं। उन्होंने खुद स्वीकार किया है कि उन्हें संसद का अनुभव है विधानसभा का नहीं।सवाल यह है कि उन्हें अब तक विस का अनुभव नहीं हो पाया है तो फिर नेताप्रतिपक्ष की कुर्सी पर क्यों बने हुए हैं। यह जिम्मेदारी किसी आदिवासी नेता को क्यों नहीं सौंपते? कमलनाथ जी 30 महीनों के बाद भी कहते हैं कि उनको सदन का ज्ञान नहीं है जब उन्हें ज्ञान नहीं है तो नेता प्रतिपक्ष क्यों बने हुए हैं, छोड़ दें किसी ज्ञानी को आने दे।
गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस गुटों मे तो हमेशा से बंटी रही है अब तो कांग्रेस में मंच के ही नेता है पब्लिक का नेता कोई नहीं है। वही कमलनाथ के बयान ‘भारतीय जनता पार्टी राष्ट्रवाद मानवता की बात करती है बताएं कि कौन स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भाजपा से है’ पर जवाब देते हुए डॉ मिश्र ने कहा कि उनकी पार्टी से कौन है पहले यह बताएं और रही बात राष्ट्रवाद की तो भाजपा के लिए राष्ट्र सर्वोपरि है स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हम सबके पूर्वज हैं, ऐसी बेतुकी बात क्यों करते हैं। कमलनाथ जी क्या आप स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे कल सदन में आदिवासी दिवस को श्रद्धांजलि दे दी। आपने पर हमारे बागरी जी को श्रद्धांजलि दी नहीं।
मीडिया द्वारा पूछे गए प्रश्न ‘कांग्रेस महाराष्ट्र के मंत्री ने दावा किया है कि भाजपा 2023 में बुरी तरीके से हारेगी’ पर शायराना अंदाज में पलटवार करते हुए गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्र कि अपनी बिगड़ी बना ना सके और जमाने भर के घड़ीसाज हैं हम। महाराष्ट्र से आने वाले मंत्री जी को प्रणाम। कृपया वह बताएं कि उनकी पार्टी महाराष्ट्र में नंबर 1 से 4 तक कैसे पहुंच गयी? और रह गई बात बुरी हार की तो पिछले कई सालों से हम कांग्रेसियों से यही सुनते हैं उनका यह अरमानी स्वप्न है जो कभी पूर्ण नहीं होगा
बाढ़ और कोरोना को लेकर कहा
सरकार सभी बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए प्रतिबद्ध है। बाढ़ग्रस्त जिलों में बनाए गए 237 राहत कैंप की संख्या घटकर अब 137 बची है। प्रभावित लोग राहत शिविरों से अब वापस अपने गांव लौटने लगे हैं। टॉस्क फ़ोर्स की बैठक में प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि सर्वे में कोई भी बाढ़ पीड़ित ना छूटे। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में #Corona संक्रमण के 10 नए केस आए हैं, जबकि 12 लोग स्वस्थ हुए हैं। प्रदेश में संक्रमण की दर 0.14% और रिकवरी रेट 98.80% है। कल कोरोना के 79,000 हजार टेस्ट हुए हैं। अभी कोरोना के कुल एक्टिव केस 162 हैं।