ग्वालियर।अतुल सक्सेना। प्रदेश में चल रही सियासी उठापठक के बीच ग्वालियर(Gwalior) के एक विधायक(mla) को लेकर खींचतान चल रही है। कांग्रेस जिला अध्यक्ष(congress district prssident) के नेतृत्व में कांग्रेसियों(congress workers) ने विधायक के घर के बाहर धरना दिया। इसी बीच सिंधिया समर्थक(scindia suppoters) नेता भी वहां पहुँच गए। दोनों के बीच बहुत देर तक नारेबाजी के रूप में भिड़न्त होती रही । पुलिस (gwalior police)के हस्तक्षेप के बाद टकराव की स्थिति टल गई।
सिंधिया के गढ़ में कांग्रेसी और सिंधिया समर्थक पूर्व कांग्रेसियों के बीच में अब भिड़न्त के हालात बनने लगे हैं। बुधवार को ग्वालियर पूर्व विधानसभा के विधायक मुन्ना लाल गोयल(Gwalior East Assembly MLA Munna Lal Goyal) के घर के बाहर इसका प्रमाण देखने को मिला। शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष देवेन्द्र शर्मा(District Congress President Devendra Sharma) के नेतृत्व में कांग्रेस के कार्यकर्ता मुरार स्थित ग्वालियर पूर्व विधायक मुन्नालाल गोयल के निवास पर पहुंचे और धरना दिया।
इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने जमकर नारेबाजी की । शहर जिला अध्यक्ष ने मुन्नालाल गोयल के परिवारजनों से बात भी की। जिलाअध्यक्ष ने कहा कि 2018 के विधानसभा चुनाव(vidhansabha election) में जनता ने कांग्रेस को वोट देकर मुन्ना लाल गोयल को विधायक बनाया था लेकिन मुन्नालाल गोयल ने पूर्व विधानसभा की जनता का अपमान कराया है। डाॅ देवेन्द्र शर्मा ने विधायक मुन्नालाल गोयल के परिवारजनों से मिलने के बाद कहा कि भगवान मुन्नालाल गोयल को सद्बुद्धि दे कि वे जनमत का आदर करें, विधानसभा में पहुंचकर कांग्रेस विधायक का दायित्व निर्वहन करें और भाजपा के साथ मिलकर अपनी विधानसभा की जनता का अपमान न करें, कांग्रेस की विचारधारा विकास, शांती सद्भाव और अहिंसा की रही है, इसमें भाजपा (bjp)काग्रेस विधायकों को बंदी बनाकर जहर घोल रही है।
जब कांग्रेसी विधायक गोयल के घर के बाहर धरना दे रहे थे इसी समय वहाँ सिंधिया और मुन्ना लाल गोयल समर्थक पूर्व कांग्रेसी वहाँ पहुँच गए। दोनों तरफ नेता के आमने सामने आ गए और जोर जोर से नारेबाजी करने लगे। कांग्रेसी जहाँ जय जय कमलनाथ के नारे लगा रहे थे वहीं सिंधिया समर्थक श्रीमंत सिंधिया जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। इस दौरान कुछ देर के लिए वहाँ हालात तनावपूर्ण हो गए। घर के बाहर जाम की स्थिति बन गई। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों तरफ के नेताओं को शांत कराया उसके बाद सभी लोग वहाँ से चले गए। बहरहाल आज जिस तरह से विधायक मुन्ना लाल गोयल के घर के बाहर तनाव के हालात बने उससे समझा जा सकता है कि यदि प्रदेश का राजनैतिक माहौल जल्दी ही सामान्य नहीं हुआ तो हालात बेकाबू भी हो सकते हैं।