एमपी (MP) मे उपचुनाव (BY Election) की तारीखों का भले ही ऐलान ना हुआ हो लेकिन मुख्य चुनाव आयुक्त (Chief Election Commissioner) ने साफ कर दिया है कि सितंबर के अंत तक चुनाव करवा लिए जाएंगे। आयुक्त के बयान के बाद राजनैतिक सरगर्मियां तेज हो चली है।कमबैक का दावा कर रही कांग्रेस (congress) ने एक सर्वे करवाया है, जिसके तहत 26 में से 25 सीटें कांग्रेस को मिलती नजर आ रही है, वही बीजेपी (bjp) एक सीट पर सिमटती हुई नजर आ रही है।हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नही हो पाया है कि कांग्रेस ने किसके द्वारा यह सर्वे करवाया है, लेकिन इस सर्वे ने बीजेपी में हलचल पैदा कर दी है।
दरअसल,एमपी कांग्रेस ने ट्वीटर के माध्यम से लिखा है कि ताज़ा सर्वे के मुताबिक़- बीजेपी की 26 में से 25 सीटों पर हार तय, वहीं 1 सीट पर काँटे की टक्कर रहेगी।ग़द्दारों की ख़ैर नहीं..! जिस सरकार के-—42% मंत्री बिकाऊ हों, उससे ईमानदारी की उम्मीद भी बेईमानी है। हालांकि यह पहला मौका नही है, इससे पहले भी कांग्रेस ने 25 सीटों पर सर्वे करवाया था और ट्वीटर के माध्यम से लिखा था कि सर्वे में बीजेपी को 25 में से 1 सीट मिलने पर बौखलाई बीजेपी फिर ख़रीद-फ़रोख़्त कर रही है। पर याद रखना ! उपचुनाव में बीजेपी 1 से अधिक सीट नहीं जीत पायेगी।
राजभवन में शपथ के बाद होगी अगली बैठक-कमलनाथ
बीजेपी लाख दावे करे की कांग्रेस डूबता जहाज है लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री और पीसीसी चीफ कमलनाथ (Former Chief Minister and PCC Chief Kamal Nath) का विधायक दल की बैठक में दावा करना कि अगली बैठक राजभवन में शपथ के बाद ही होगी।हालांकि किसी की समझ में नही आ रहा है कि कमलनाथ ने ये बयान क्यों दिया । या तो कांग्रेस के हाथ कोई संजीवनी बूटी लग गई है या फिर सिर्फ विधायकों का मनोबल बना रहे इसलिए यह बात कही जा रही है। इस बयान के सियासी गलियारों में कई तरह के मायने निकाले जा रहे है। इस बार कमलनाथ पहले से ज्यादा कॉन्फिडेंट नजर आ रहे है। हाल ही में जब कमलनाथ से विधायकों के टूटने को लेकर सवाल किया गया था तो उन्होंने साफ कहा दिया था कि मुझे कोई चिंता नहीं है जाने वालों की। मुझे तो पता था कि ऐसे एक-आध हैं जो चले जाएंगे, कोई आश्चर्य वाली बात नहीं थी। मेरे लिए इनका सौदा अभी तक चल रहा है। यह विधायकों को फोन कर रहे हैं , पैसे ले लो, पद ले लो, फलानी चीज ले लो।
सर्वे और फीडबैक के आधार पर टिकट वितरण
माना जा रहा है कि इस बार कांग्रेस पिछली गलती नही दोहराएगी।कांग्रेस को पूरा भरोसा है कि जनता इंसाफ करेगी और बिकाऊ को उनकी जगह दिखाएगी। इसी कारण कांग्रेस फीडबैक और सर्वे के आधार पर टिकट बांट रही है। अबतक कांग्रेस 17 सीटों पर नाम तय कर लिए है, बाकियों पर मंथन चल रहा है।
जीतू भी कर चुके है जीत का दावा
इससे पहले पूर्व मंत्री और राउ से कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी (Former minister and Congress MLA from Rau, Jeetu Patwari) ने ट्वीट कर लिखा था कि बीजेपी मध्यप्रदेश में उपचुनाव की संख्या 24 कर ले, 25 कर ले या 26 कर ले..!शिवराज जी राजनीतिक पाप करो ।जिस दिन भी उपचुनाव होंगे, बीजेपी के इस महापाप का अंत होगा और अब आने वाले 15 वर्षों तक जनता बीजेपी को वोट नहीं देगी।
114 से 90 पर सिमटी कांग्रेस
15 साल का वनवास काट जब कांग्रेस सत्ता में आई थी तो 114 सीटे मिली थी और बीजेपी 109 पर सिमट गई थी, लेकिन आज कांग्रेस की सुई 90 सीटों पर आकर अटक गई है ।पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ 22 विधायकों और हाल ही में दो विधायकों के इस्तीफे के बाद 26 सीटों पर उपचुनाव की स्थिति बन गई है। दो सीटें विधायकों के निधन से खाली हुई है।चुनाव आयुक्त ने साफ कर दिया है कि इस साल सितंबर के अंत तक चुनाव करवा दिए जाएंगे ।अब यही चुनाव तय करेंगे कि कांग्रेस एमपी में वापसी करेगी या फिर बीजेपी सरकार बचाने में कामयाब होगी।