भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पिछले दिनों राजधानी भोपाल (bhopal) के हमीदिया अस्पताल (hamidia hospital) में हुई तीन लोगों की मौत के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) एक्शन में आ गए हैं। वही आगे ऐसी गतिविधि ना हो और इस पर अंकुश लगाया जा सके। इसके लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बड़ा फैसला लिया है। स्वास्थ्य विभाग की मीटिंग के दौरान सीएम शिवराज ने कहा कि डॉक्टर अब केवल मरीजों का इलाज करेंगे। अस्पताल का मैनेजमेंट प्रशासन की जिम्मेदारी होगी।
दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सरकारी अस्पताल को मैनेजमेंट की जिम्मेदारी डॉक्टरों से लेकर प्रशासनिक अधिकारों को सौंपने का फैसला किया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग मीटिंग के दौरान उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र में पूरे सिस्टम को मजबूत बनाया जाएगा और इसके साथ ही साथ मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में मैनेजमेंट का काम उससे संबंधित विशेषज्ञों के हाथ में दिया जाएगा।
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इतना ही नहीं सीएम शिवराज ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के बाद अगले चरण में यह सिस्टम जिला अस्पताल में भी लागू किया जाएगा। इसके साथ ही साथ बड़े अस्पताल में प्रबंधन और इलाज के लिए अलग-अलग जिम्मेदारी तय की जाएगी। जिसके मुताबिक डॉक्टर अब सिर्फ मरीजों का इलाज करेंगे। वही अस्पतालों का प्रबंधन का कार्य प्रशासनिक अधिकारियों को दिया जाएगा ताकि आमजन को चिकित्सा संबंधी बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो। उन्होंने अधिकारियों को जल्द से जल्द रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए हैं। सीएम शिवराज ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश योजना में शामिल किया जाएगा।
बता दे कि शुक्रवार को हमीदिया अस्पताल में बिजली गुल होने की वजह से 3 मरीजों की मौत हो गई थी। इन मौतों के पीछे अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और बिजली गुल होने को कारण बताया गया था। जिसके बाद भोपाल कमिश्नर कविंद्र कियावत को आदेश देते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शाम तक रिपोर्ट सौंपने की बात कही थी। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और बैठक में निर्देश दिए।