अशोकनगर उपचुनाव : सांसद केपी यादव की एंट्री, एकजुटता का संदेश

Pooja Khodani
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बीजेपी सांसद

अशोकनगर, हितेंद्र बुधौलिया। अशोकनगर सीट (Ashoknagar seat) से भाजपा प्रत्याशी (BJP candidate) जजपाल सिंह जज्जी (Jajpal Singh Jadji) के चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने गुना सांसद डॉ केपी यादव (Dr. KP Yadav) एवं कोलारस विधायक वीरेंद्र सिंह रघुवंशी (Virendra Singh Raghuvanshi) पहुंचे ।यह दोनों ही ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के घोर विरोधी रहे हैं ।

खास बात ये है कि सांसद यादव तो सिंधिया के पार्टी में आने के बाद से ही खपा खपा से चल रहे थे एवं कई बड़े आयोजनों मैं दूर रहे थे ।ऐसे में कांग्रेस इसे मुद्दा बना रही थी ।आज चुनाव कार्यालय के उद्घाटन के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने सांसद के पी यादव के हाथों उद्घाटन करा कर लोगों के बीच एकजुटता का संदेश देने की कोशिश की है ।

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सिंधिया को हराकर आए थे सुर्खियों में केपी यादव
डेढ़ साल पहले लोकसभा उपचुनाव के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराकर सुर्खियों में आए सांसद के पी यादव एवं सिंधिया के बीच तनातनी की खबरें आम हुई थी ।इसी बीच 6 माह पहले जब सिंधिया बीजेपी में आ गए तब भी सांसद केपी यादव और सिंधिया के बीच पुरानी खटास सामने आती रही थी। मुंगावली एवं अशोकनगर उपचुनाव  (Ashoknagar by-election) में टिकट की दावेदारी के दौरान सांसद केपी यादव के दोनों भाइयों की कांग्रेस नेताओं से नजदीकियों ने इस बात को और हवा दे दी थी ,कि सांसद एवं पार्टी के बीच में सब कुछ सामान्य नहीं चल रहा था।

पार्टी के लिए हम सभी निष्ठावान हैं

आज चुनाव कार्यालय का उद्घाटन करने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद के पी यादव ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर जो बातें हुई है वह अलग है। मगर पार्टी के लिए हम सभी निष्ठावान हैं साथ ही उन्होंने कहा कि, वह तो पूर्व में ही कह चुके थे कि सिंधिया जी के लिए सही पार्टी भाजपा ही है। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस के आरोपो को नकारते हुए कहा कि वह और सिंधिया दोनों अनुशासित पार्टी के सदस्य और दोनों मिलकर पार्टी के हित के लिए काम कर रहे हैं।

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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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