ग्वालियर, अतुल सक्सेना| स्वर्गीय माधव राव सिंधिया के बाल सखा, महल के विश्वसनीय रहे पूर्व मंत्री एवं कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष बालेंदु शुक्ला (Balendu Shukla) ने ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) पर गंभीर आरोप लगाया है उनका कहना है कि ज्योतिरादित्य जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं और लगातार कोशिश कर रहे हैं। इतना ही नहीं वे पुजारियों से पांच पांच हजार रुपये वसूल रहे हैं जो उन जैसे अरबपति व्यक्ति के लिये शर्म की बात है।
एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से विशेष बातचीत में पूर्व मंत्री बालेंदु शुक्ला ने ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा जमीने कब्जाने के कांग्रेस के आरोपों का समर्थन करते हुए कहा कि हालांकि अभी ये सब सिद्ध नहीं हुआ है ये सिर्फ आरोप हैं। लेकिन जो दिखाई दे रहा है वो भी झुठलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि शहर में जितनी भी जमीन ऐसी हैं जिन्हें ज्योतिरादित्य अपनी समझते हैं वहाँ उन्होंने दीवारें खिंचवा दी। मंदिर की जमीनों पर भी दीवारें खिंचवा दी। ये सब माधव राव सिंधिया ने कभी नहीं किया भूतेश्वर मंदिर की जमीन पर ज्योतिरादित्य द्वारा कब्जा किया जा रहा है पुजारी को हटाया जा रहा है उससेे पांच हजार रुपये किराया वसूला जा रहा है। ये क्या संकेत देता है? अरे इतना अरबपति आदमी मंदिर के पुजारी से पांच पांच रुपये वसूल रहा है शर्म की बात है। उन्होंने दावा किया कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जमीनों पर कब्जा कर रहे हैं और लगातार कोशिश कर रहे हैं। पूर्व मंत्री ने कहा कि भाजपा के अध्यक्ष, सांसद सहित कई नेताओं ने खुद कलेक्ट्रेट पर जाकर नारे लगाए थे कि “सबसे बड़ा भूमाफिया ज्योतिरादित्य सिंधिया”। बालेंदु शुक्ला ने कहा कि ज्योतिरादित्य ने खुद को एक्सपोज किया कि ये जमीन मेरी।
माधव राव और ज्योतिरादित्य में जमीन आसमान का अंतर
स्व माधव राव सिंधिया के साथ पढ़े उनके बाल सखा रहे बालेंदु शुक्ला ने एक सवाल के जवाब में कहा कि माधव ज्योतिरादित्य सिंधिया और ज्योतिरादित्य सिंधिया में जमीन आसमान का अंतर है। माधवराव एक राजशाही परिवार में जन्म लेने के बाद भी सामान्य और साधारण व्यक्ति थे लेकिन जैसे ही माधव राव का निधन हुआ ज्योतिरादित्य खुद को उनके बराबर समझने लगे। मैं उनके पिता का मित्र था लेकिन ज्योतिरादित्य मुझे भी कार्यकर्ता समझने लगे ऐसे ना जाने कितने लोग थे जो माधवराव जी के नजदीक थे उनको सम्मान देना बंद कर दिया। ज्योतिरादित्य से किसी को वो सम्मान या अपनत्व नहीं मिला जो माधवराव जी से मिलता था।
सम्मान बचाने के लिए गए हैं भाजपा में
बालेंदु शुक्ला ने कहा कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को लोकसभा चुनाव में सवा लाख वोटों की हार नहीं पची। उन्होंने अपनी बढ़ती अलोकप्रियता को बचाने और खोया हुआ सम्मान पाने के लिए भाजपा से हाथ मिलाया और खुद राज्य सभा सांसद का पद एवं उनके साथ गए विधायकों को टिकट की शर्त पर कांग्रेस की सरकार गिरा दी और भाजपा में चले गए। लेकिन जनता सब समझ चुकी है कि जिनको हमने वोट दिया वो बिक गए और हमारे वोट का अपमान किया। कांग्रेस उपाध्यक्ष ने दावा किया कि सिंधिया और उनके साथ गए पूर्व विधायकों के प्रति जिनमें से बहुत से मंत्री भी हैं बहुत आक्रोश है इसलिए ग्वालियर चंबल संभाग के सभी सीटों पर भाजपा को करारी शिकस्त मिलेगी और कांग्रेस सभी सीटें जीतेगी।