भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में शिवराज सरकार (shivraj government) ने 24 घंटे के अंदर अपना फैसला पलट दिया है। दरअसल कोरोना से इलाज के लिए रेमेडीसिवीर इंजेक्शन (Remedisivir Injection) के वितरण अब थोक विक्रेताओं के माध्यम से की जाएगी। ये स्टॉकिस्ट (stockist) रेमेडीसिवीर इंजेक्शन की सप्लाई प्राइवेट अस्पताल (private hospital) और नर्सिंग होम (nursing home) को डायरेक्ट करेंगे। बता दें कि आज सीएम शिवराज ने कोरोना को लेकर समीक्षा बैठक की। जहाँ शिवराज सिंह चौहान वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की।
बता दें कि इससे पहले सरकार ने पहले आदेश में कहा था कि इंजेक्शन आवंटित करने का अधिकार सिर्फ जिला कलेक्टर को होगा। 24 घंटे के अंतराल के अंदर ही शिवराज सरकार ने अपना फैसला बदल दिया है। कुछ देर पूर्व मुख्यमंत्री निवास पर शिवराज सिंह चौहान ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश में ऑक्सीजन, इंजेक्शन एवं अन्य सुविधाओं की पूर्ति के लिए केन्द्रीय मंत्रियों सहित अन्य महत्वपूर्ण संपर्क से फोन पर चर्चा की है।
Read More: इंदौर में बढ़ाया जा सकता है लॉकडाउन, बैठक में मंत्री तुलसी सिलावट ने दिए संकेत
रेमिडेसिविर इंजेक्शन सप्लाई पर बोले सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ऑक्सीजन, इंजेक्शन एवं अन्य सुविधाओं की जिला स्तर पर आवश्यकताओं के लिए जिला प्रशासन, कलेक्टर, कमिश्नर, सीएमओ से फोन पर चर्चा कर महत्वपूर्ण निर्देश दिए है। जो अभी भी जारी है। रेमिडेसिविर इंजेक्शन सप्लाई पर बोलते हुए सीएम शिवराज ने बताया कि अब तक 42 हजार इंजेक्शन की सरकारी सप्लाई आ चुकी है। आज कुल 9 हजार 788 इंजेक्शन और प्राप्त हो रहे हैं। 50 हजार इंजेक्शंस की सप्लाई का आर्डर दिया गया है। जिसकी डिलेवरी अगले तीन दिन में होगी।
ऑक्सीजन की उपलब्धता पर बोले सीएम शिवराज
ऑक्सीजन की उपलब्धता पर बोलते हुए सीएम शिवराज ने बताया कि केंद्र सरकार से 20 अप्रैल तक 445 मीट्रिक टन, 25 अप्रैल तक 565 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त हो रही है। 30 अप्रैल तक 700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त हो रही है।स्थानीय तौर पर व्यवस्था कर जिलों में 01 हजार 293 आक्सीजन कंसन्ट्रेटर्स लगाए जा चुके हैं। ऑक्सीजन की इतनी मात्रा अप्रैल अंत तक अनुमानित मरीजों के लिए पर्याप्त होगी। कल हमें 350 मीट्रिक टन ऑक्सीजन मिली है। जबकि खपत 335 मीट्रिक टन हुई है। आक्सीजन की सप्लाई अब प्रदेश में तेजी से सामान्य हो रही है।