भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। एमपी उपचुनाव (MP By-election) से पहले कांग्रेस (Congress) में जमकर घमासान मचा हुआ है। खास करके टिकट वितरण के बाद अंतर्कलह और असंतोष के स्वर तेजी से फूट रहे है। इसी कड़ी में टिकट कटने से नाराज पूर्व गृहमंत्री महेंद्र बौद्ध ने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। खबर है कि भांडेर विधानसभा सीट से फूल सिंह बरैया को चुनावी मैदान में उतारने के पार्टी के फैसले से महेंद्र बौद्ध नाराज चल रहे थे। हाल ही में उन्होंने दिग्विजय सिंह के सामने अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी साथ ही बगावत के संकेत भी दिए थे, इस पूरे घटनाक्रम को उसी से जोड़कर देखा जा रहा है।इस्तीफे के बाद कांग्रेस में जमकर हड़कंप मच गया है, सुत्रों की माने तो ब़ड़े नेताओं द्वारा बौद्ध को मनाने की कवायद जारी है।
दरअसल, मध्यप्रदेश कांग्रेस के अनुसूचित जाति (अजा) विभाग के अध्यक्ष महेंद्र बौद्ध (Mahendra Buddhist) ने अपने पद पर कार्य करने में असमर्थता जाहिर करते हुए विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन रावत को पत्र लिखा है।इसके लिए उन्होंने कांग्रेस के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। बौद्ध का रावत को लिखा गया पत्र अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हाे रहा है।अब अटकलें लगाई जा रही है कि वे वापस बसपा का दामन थाम सकते हैं। हालांकि अभी उन्होंने पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया और न ही ऐसा कोई अधिकारिक ऐलान किया है।
बीजेपी ने कसा तंज
खास बात ये है कि बौद्ध का इस्तीफा ऐसे समय पर आय़ा है जब सुरखी से भाजपा की पूर्व विधायक पारुल साहू ने बीजेपी का साथ छोड़ कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। इस पूरे घटनाक्रम पर बाद अब बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी के मीडिया प्रभारी लोकेन्द्र पाराशर ने ट्वीट कर लिखा है कि पारुल से तो कई गुना बड़े नेता है महेंद्र बौद्ध। इस ट्वीट के कई सियासी मायने निकाले जा रहा है। हालांकि इस पर अब तक कांग्रेस की कोई प्रतिक्रिया सामने नही आई है।
दिग्विजय के सामने छलका था दर्द
दतिया जिले की भांडेर (Bhander) आरक्षित सीट से कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता फूल सिंह बरैया (Phool Singh Baraiya) को अपना प्रत्याशी बनाया है, लेकिन इस सीट से कई प्रबल दावेदारों के नाम चर्चा में बने हुए थे, जिसमें एक नाम पूर्व मंत्री महेंद्र बौद्ध का भी शामिल था। यहां तक की स्थानीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सेवड़ा विधायक कुंवर घनश्याम सिंह, पूर्व विधायक राजेंद्र भारती आदि के अलावा तमाम नेताओं द्वारा महेंद्र बौद्ध के पक्ष में हाई कमान से टिकट दिए जाने की मांग भी की थी, लेकिन कांग्रेस हाईकमान ने पूर्व गृहमंत्री महेंद्र बौद्ध को दरकिनार कर वरिष्ठ कांग्रेस नेता फूल सिंह बरैया को मैदान में उतार दिया, जिसके चलते महेंद्र बौद्ध नाराज हो गए , उन्होंने भरी सभा में दिग्विजय के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की थी। बौद्ध ने कहा था कि लोकसभा व विधानसभा चुनाव में अब तक 6 बार टिकट कट चुका है। 50 साल से पार्टी के लिए काम कर रहा हूं। भांडेर से जिन्हें टिकट दिया गया है, वह तिलक, तराजू व तलवार का नारा देकर लोगों काे जातिगत रूप से बांटने का काम करते हैं लेकिन हम यह नहीं चलने देंगे।राजा साहब मेरे साथ लगातार अन्याय हो रहा है।वही उन्होंने कहा कि बरैया जी को इतने बड़े कद के नेता है कि कही से भी चुनाव लड़ सकते है।हालांकि भावुक हुए बौद्ध को दिग्विजय ने यह कहकर मनाया कि हम पीछे हट नहीं सकते हैं, चर्चा करेंगे, बातचीत करेंगे और कोई रास्ता निकालेंगे। अन्याय तो हुआ है लेकिन क्या कर सकते हैं। मैं टिकट वितरण में कतई हस्तक्षेप नहीं कर रहा हूं।