भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। राजधानी में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) तेजी से बढ़ रहा है। अगर संक्रमण की रफ्तार में कमी नहीं हुई तो भोपाल (Bhopal) प्रदेश का सबसे ज्यादा संक्रमितों वाला शहर बन जाएगा। फिलहाल इंदौर (Indore) में सबसे ज्यादा संक्रमित मरीज है। इधर शहर में रविवार को कोरोना का फिर से एक बड़ा ब्लास्ट हुआ है। आज भोपाल में कोरोना के 234 नए पॉजिटिव मरीज मिले। भोपाल में अब कोरोना का कुल आंकड़ा 13421 हो गया है। अब तक 11087 लोगो कोरोना को मात देकर अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुके है। भोपाल में अब 1800 के करीब एक्टिव केस बचे है। वहीं अब तक 324 लोग कोरोना से अपनी जान गवां चुके है।
यहां मिले मरीज
सीआरपीएफ अस्पताल बंगरसिया से 10 लोगों की कोरोना रिपोर्ट आई पॉजिटिव। एम्स से 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जीएमसी से 1 व्यक्ति संक्रमित मिला। हमीदिया से एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जेपी अस्पताल से 1 व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। EME सेंटर से 14 लोग निकले कोरोना संक्रमित। कोतवाली रोड नीयर इलाहाबाद बैंक से 6 लोग निकले संक्रमित। पदारिया जाट गांव से 5 लोग निकले संक्रमित। जखाड़िया खुर्द गांव से 3 लोग निकले संक्रमित। न्यू सेंट्रल जेल से एक कैदी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जिला जेल जहाँगीराबाद से एक कैदी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जहाँगीराबाद से 2 लोग निकले कोरोना संक्रमित। जेके कैप्मस से 3 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। चार इमली से 3 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई
कोलार बना सबसे सेंसेटिव जोन
कोरोना संक्रमण के मामले में कोलार क्षेत्र ने सभी इलाकों को पीछे छोड़ दिया है। आज यहां सबसे अधिक 166 एक्टिव केस है। इसके बाद बाग सेवनिया, पिपलानी, बैरागढ़, मिसरोद, शाहपुरा, कमला नगर, टीटी नगर का नंबर आता है। जहां कोरोना के सबसे ज्यादा एक्टिव मरीज हैं। शहर में 41 थाना क्षेत्र की बात करें तो सिर्फ इन 8 क्षेत्रों में एक हजार के करीब एक्टिव केस हैं। जबकि राजधानी के सभी इलाकों को मिलाकर एक्टिव केस की संख्या 1800 है। बावजूद इसके इन क्षेत्रों में संक्रमण रोकने में प्रशासन, नगर निगम और पुलिस के अफसर पूरी तरह लापरवाह नजर आ रहे हैं। इन क्षेत्रों में ना तो कंटेनमेंट जोन का पता चल रहा है और ना कहीं पालन होता दिखाई दे रहा है। बाजार से लेकर छोटी दुकाओं तक में नियमों का पालन नहीं हो रहा है। बड़े स्टोर से लेकर होटल, रेस्टोरेंट तक इसे लेकर गंभीर नहीं दिख रहे हैं। ऐसा ही चला तो आने वाले दिनों में यहां संक्रमण रोकना आसान नहीं होगा।