ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) ने ग्वालियर जिला पंचायत (Gwalior Zila Panchayat) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी (IAS) शिवम वर्मा (Shivam Varma) को ग्वालियर नगर निगम आयुक्त (Gwalior Municipal Corporation Commissioner) बनाया है। वे आज दिन में पदभार ग्रहण करेंगे, लेकिन उससे पहले ही वे सुबह सुबह शहर की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण करने निकल पड़े। उन्होंने सफाई व्यवस्था की जानकारी ली और सफाईकर्मियों से बात की। निरीक्षण के दौरान उनके साथ अपर आयुक्त नरोत्तम भार्गव (Additional Commissioner Narottam Bhargava) एवं जन संपर्क अधिकारी मधु शोलापुरकर(Public Relations Officer Madhu Solapurkar) भी थे।
सफाई व्यवस्था को लेकर हमेशा सुर्खियों में रहने वाली ग्वालियर नगर निगम में सरकार ने शिवम वर्मा (Shivam Varma) को नया आयुक्त पदस्थ किया है। शिवम वर्मा (Shivam Varma) पिछले तीन साल से ग्वालियर जिला पंचायत (Gwalior Zila Panchayat) के मुख्य कार्यपालन अधिकारी है (CEO)। आज वे दिन में 2 बजे ग्वालियर नगर निगम आयुक्त (Gwalior Municipal Corporation Commissioner)का पद भार ग्रहण करेंगे। लेकिन उससे पहले ही वे आज सुबह शहर की सफाई व्यवस्था के हाल जानने निगम अधिकारियों के साथ निकल पड़े। उन्होंने शहर का भ्रमण किया और अपर आयुक्त नरोत्तम भार्गव से सफाई व्यवस्था को समझा। आयुक्त शिवम वर्मा (Shivam Varma) ने बस स्टैंड, थाटीपुर, मुरार एवं सिटी सेंटर सहित विभिन्न क्षेत्रों में साफ सफाई व्यवस्था देखी तथा सफाईकर्मियों से चर्चा कर सफाई के बारे में जानकारी ली और उन्हें आवश्यक निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान निगम आयुक्त श्री वर्मा ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि सफाई व्यवस्था में लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं होगी। सभी अधिकारी एवं कर्मचारी अपने अपने दायित्वों का निर्वहन ईमानदारी से एवं निष्ठापूर्वक करें तथा ग्वालियर शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में उच्च रैंक दिलाने के लिए एकजुट होकर कार्य करें और ग्वालियर को देश का सबसे स्वच्छ शहर बनाएं।
गौरतलब है कि वेतन नहीं मिलने से नाराज हड़ताली आउट सोर्स सफाईकर्मियों द्वारा सड़क पर कचरा फेंकने पर नाराज हुए मुख्यमंत्री शवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) ने 4 जनवरी को तत्कालीन आयुक्त संदीप माकिन (Sandeep Makin) को कलेक्टर कमिश्नर कॉंफ़्रेंस में फटकार लगाते हुए हटा दिया था। उसके बाद से शहर की सफाई व्यवस्था को लेकर निगम अधिकारियों से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारियों में भी खौफ है।