ग्वालियर, अतुल सक्सेना। मुरैना (Morena) में जहरीली शराब (Poisonous Liquor) पीने से हुई 12 लोगों की मौत के बाद ग्वालियर जिला प्रशासन (Gwalior District Administration) सतर्क हो गया है। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) के निर्देश के बाद आबकारी विभाग (Excise Department) ने शहर के आसपास कंजरों के डेरों पर छापा मारकर 6 लाख से अधिक की अवैध कच्ची देशी शराब बरामद की। आबकारी दस्ते ने चार प्रकरण भी दायर किये लेकिन हमेशा की तरह एक भी आरोपी पकड़ में नही आया।
आबकारी कंट्रोल रूम प्रभारी सुरेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि कलेक्टर ग्वालियर कौशलेंद्र विक्रम सिंह (Collector Kaushalendra Vikram Singh) और सहायक आबकारी आयुक्त संदीप शर्मा (Assistant Excise Commissioner Sandeep Sharma) के निर्देश पर शहर में कच्ची, अवैध, जहरीली शराब के संभावित ठिकानों पर कार्रवाई की गई। टीमें बनाकर पहले ट्रांसपोर्ट नगर गए, गोदाम तलाशे वहाँ कुछ नहीं मिला फिर जानकारी मिली कि पनिहार, नयागांव क्षेत्र में कंजर अवैध कच्ची शराब बना रहे हैं टीम ने जब इन ठिकानों पर छापा मारा तो नया गाँव और पनिहार में भारी मात्रा में लहान मिला है और तैयार हाथ भट्टी शराब भी मिली है। जिसकी कीमत 6 लाख 10 हजार रुपये है। उन्होंने कहा अब ये कार्रवाई अब नियमित चलेगी।
प्रशासन ने की सहयोग की अपील, कंट्रोल रूम ने जारी किये नंबर
उधर मुरैना में हुई घटना के बाद ग्वालियर जिला प्रशासन ने जिलेवासियों से अवैध शराब की खरीदी-बिक्री की रोकथाम में सहयोग करने की अपील की है। सहायक आयुक्त आबकारी द्वारा जिलेवासियों से आग्रह किया गया है कि जिले में कहीं भी यदि अवैध रूप से शराब की खरीदी-बिक्री की जानकारी मिले तो उसकी सूचना आबकारी विभाग के नियंत्रण कक्ष में जरूर दें। सहायक आबकारी आयुक्त कार्यालय में स्थित नियंत्रण कक्ष का टेलीफोन नम्बर 0751-2457220 है।
शासकीय मदिरा दुकान से शराब खरीदने की अपील
बीते दिनों मुरैना जिले तथा उज्जैन जिले में अवैध जहरीली शराब पीने से हुई दुखद घटनाओं को ध्यान में रखकर आबकारी विभाग द्वारा ग्वालियर जिले में विशेष सतर्कता बरती जा रही है। विभागीय अमले को अवैध शराब की खरीदी-बिक्री को कड़ाई से रोकने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही मदिरा उपभोक्ताओं से आग्रह किया गया है कि वे शासकीय मदिरा दुकानों से ही शराब खरीदें। बाहर से खरीदी गई शराब जहरीली हो सकती है, जिससे जनहानि भी संभव है। इस प्रकार की अप्रिय घटनाओं को रोकने में जिलेवासियों का सहयोग मांगा गया है।