ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) के प्रभारी कमिश्नर आशीष तिवारी की सख्ती का असर बुधवार को दिखाई दिया। नगर निगम (Gwalior Municipal Corporation) के तमाम सफाई कर्मचारी काम पर लौट आये और उन्होंने शहर में जगह जगह लगे कचरे के ढेर को उठाना शुरू कर दिया।
सफाई कर्मचारियों की हड़ताल (Sweeper Strike) के बाद गन्दगी और कचरे ढेर से शहर के लोगों का हाल बेहाल हो रहा था। 16 अगस्त को निगम कमिश्नर का प्रभार सँभालने के बाद एडीएम आशीष तिवारी ने सफाई व्यवस्था से जुड़े आयुक्त और उपायुक्त को सख्ती करने के निर्देश दिए। उसके बाद उन्होंने बिना सूचना के गायब रहने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई शुरू की। 2 नियमित सफाई कर्मचारी निलंबित किये, 5 विनियमित कर्मचारियों जिनमें सफाई कर्मी भी शामिल थे की सेवाएं समाप्त की और 6 आउट सोर्स कर्मचारियों की सेवाएं कंपनी को वापस कर दी।
मंगलवार देर शाम कमिश्नर ने अधिकारियों की बैठक लेकर बुधवार आज सुबह नियमित सफाई कर्मचारियों के साथ शहर में लगे कचरे के ढेर हटाने के निर्देश दिए। जिसका असर ये हुआ कि हड़ताल में शामिल कई कर्मचारी भी लौट आये। निगम अधिकारियों ने कर्मचारियों के साथ मशीनों को लेकर जगह जगह लगे कचरे के ढेर हटवा दिए। गन्दगी साफ़ हो जाने के बाद अब लोगों ने राहत की साँस ली है।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....