भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश सरकार (MP Government) के निर्देशों के बाद अब मंत्री (minister) द्वारा विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। दरअसल विभागों (Department) की समीक्षा बैठक करते हुए सीएम शिवराज (CM Shivraj) द्वारा लगातार मंत्रियों से संबंधित विभागों समीक्षा करने सहित MP Officers-Employees के कार्यशैली पर नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। जिसके बाद एक बार फिर से वन मंत्री (Forest Minister) द्वारा वनकर्मियो को लेकर यह निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
इस मामले में मिली जानकारी के मुताबिक वन मंत्री के पास लगातार वन विभाग की ओर से शिकायतें पहुंच रही थी। जिसके बाद वन मंत्री विजय शाह द्वारा सख्त रुख अख्तियार करते हुए 1 कर्मचारियों को सप्ताह में 3 दिन जंगल में फील्ड वर्क पर बने रहने का फरमान जारी किया गया है। जिसके बाद अब कर्मचारियों को सप्ताह में 3 दिन जगह में रात गुजारनी होगी।
शिकायतों की माने तो अफसर फील्ड पर नहीं पहुंच रहे हैं। जिस कारण से वन क्षेत्र में अवैध गतिविधियां बढ़ गई है। जिसके बाद अब वन मंत्री विजय शाह ने सख्त रुख अख्तियार किया है। बीते दिनों वन मंत्री विजय शाह ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए समीक्षा बैठक आयोजित की जिसमें मंत्री द्वारा यह फरमान जारी किया गया है।
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बता दे वन विभाग के अधिकारियों द्वारा वनों के भ्रमण न करने और फील्ड पर अफसरों के प्रक्रिया में कमी के कारण अवैध खनन, अवैध कटाई के मामलों में तेजी देखी जा रही थी। इसके बाद में मंत्री ने समीक्षा बैठक के दौरान अफसरों को हिदायत दी है कि वह अपने दौरे की डायरी ऑनलाइन अपलोड करें इसके साथ ही साथ अब सप्ताह में 3 दिन अधिकारियों को जंगल में रात गुजारनी होगी। इसके साथ ही वन महकमे में हड़कंप मच गया है।
मामले में वन मंत्री विजय शाह का कहना है कि लगातार शिकायतें मिल रही है। वहीं कार्यशैली मोबाइल और लैपटॉप के जरिए होने की वजह से अवैध उत्खनन, अवैध कटाई सहित अतिक्रमण के मामले में तेजी से बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसके अलावा कई अधिकारी के डायरी लिखने में भी फर्जीवाड़े के मामले सामने आ रहे हैं। जिसके बाद मंत्री द्वारा यह निर्णय लिया गया है।
इतना ही नहीं वन मंत्री विजय शाह ने कहा कि वह खुद हर महीने SDO सहित रेंजर की टूर डायरी की समीक्षा करेंगे। साथ ही मुख्य वन संरक्षक से लेकर रेंजर तक टूर डायरी को अपडेट रखेंगे। इसके साथ ही मंत्री ने डायरी की समीक्षा और अपडेट के निर्देश दिए हैं। मंत्री के द्वारा पूरी डायरी अपलोड करने की अंतिम तिथि 10 तारीख तय की गई है। अंतिम तिथि घोषित होने के बाद भी 2 दर्जन से अधिक आईएफएस अफसरों द्वारा समय पर टूर डायरी को अपडेट नहीं किया गया है। ना ही इसे विभाग के समक्ष प्रस्तुत किया गया है। जिसके बाद वन प्रमुख आरके गुप्ता ने कई अफसरों को नोटिस भी जारी कर दिए हैं।