इंदौर।स्पेशल डेस्क रिपोर्ट।
स्वच्छता में नम्बर 1 शहर इन दिनों कोरोना संक्रमण के लिहाज से भी टॉप 3 शहरों की सूची में शामिल है ऐसे में अब शहर में कोरोना से निपटने के लिए इंदौर कलेक्टरमनीष सिंह पहले से ज्यादा सख्त हो गए है। बता दे कि रविवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश के सभी कलेक्टर के साथ बैठक कर कोरोना महामारी से लड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण जानकारियां व निर्देश दिए हैv ताकि कोरोना के बढ़ते मामलों की रोकथाम हो सके। इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये ली गई बैठक में शामिल होने के बाद एक बात साफ कर दी है कि लॉक डाउन के दौरान लगाए गए कर्फ्यू का अब सख्ती से पालन कराया जाएगा।
इंदौर कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि बैठक में भीलवाड़ा, आगरा और मुंबई सहित अन्य शहरों के उदाहरण सामने आए है जहां लॉक डाउन में सख्ती दिखाई गई और परिणाम अच्छे मिले है। उन्होंने बताया कि भीलवाड़ा में एक मरीज के पॉजिटिव आने के बाद से लॉक डाउन की सख्ती के चलते कोरोना का बेहतर तरीके से सामना किया जा रहा है। वही बात की जाए इंदौर की तो कलेक्टर मनीष सिंह ने साफ कर दिया कि अब इंदौर में और भी सख्ती बढ़ाई जाएगी और जो व्यक्ति कर्फ्यू का उल्लंघन करेगा उसे पुलिस के डंडों का सामना करना होगा याने कि अब इंदौर में चाहे सुबह हो या शाम, सड़क हो या फिर गली, मोहल्ला हर जगह पुलिस की सख्ती रहेगी और यदि कोई कर्फ्यू का उल्लंघन करता पाया जाएगा तो उसे लाठीचार्ज का सामना करना पड़ेगा जिसके लिए कलेक्टर इंदौर ने पुलिस को निर्देश जारी कर दिए है। इतना ही नही कर्फ्यू तोड़ने वाले को ना सिर्फ लाठी का सामना करना होगा बल्कि सीधे जेल भी जाना पड़ सकता है।
दरअसल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय कि बैठक में ये बात सामने आई है कि जिन शहरों में सख्ती बरती गई वहां कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है। ऐसे में इंदौर के लोगो को अब घर से बाहर निकलने की बात जेहन से निकाल देनी चाहिए क्योंकि अब पुलिस बेहद सख्ती से लोगो से निपटेगी। इधर, कलेक्टर मनीष सिंह ने कोरोना पॉजिटिव मरीजो की संख्या के लेकर बने संशय पर भी कहा है कि जो रिपोर्ट एमजीएम मेडिकल कॉलेज द्वारा जारी की जाएगी वही मान्य होगी याने की इसका सीधा मतलब है कि अकेले इंदौर में अब तक पॉजिटिव मरीजो की अधिकृत संख्या 113 है। हालांकि इस संख्या में बढ़ोतरी जो सकती है लेकिन फिलहाल तो आधिकारिक पुष्टि के मुताबिक संख्या 113 ही बताई जा रही है।