खरगोन पहुंचे मंत्री हरदीप सिंह डंग, कोरोना की स्थिति का लिया जायजा

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खरगोन, बाबुलाल सारंग। प्रदेश के नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग (Minister Hardeep Singh Dung) बुधवार दोपहर में खरगोन (Khargone) जिले के भ्रमण पर पहुंचे। यहां मंत्री डंग ने जिला स्तरीय संकट प्रबंधन समूह (Crisis Management Group) की बैठक में कोरोना (Corona) की समीक्षा की। बैठक के दौरान सीएमएचओ डॉ. एसके सरल ने पीपीटी के माध्यम से जिले सहित प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दर और सक्रिय मरीजों की जानकारी दी। सीएमएचओ डॉ. सरल ने बताया कि मार्च व अप्रैल में जिस तरह कोरोना ने अपने पैर पसारे उसको लेकर पर्याप्त व्यवस्थाएं की गई है।

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कलेक्टर अनुग्रहा पी ने शासकीय व निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन (Oxygen) और आईसीयू (ICU) की उपलब्धता तथा वर्तमान में स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि जिला अस्पताल में 135 आईसोलेशन बेड की व्यवस्था है, जो अभी पूरे भरे हुए है। इसी तरह 170 ऑक्सीजन सपोर्ट बेड की व्यवस्था है। इसमें 135 भरे हुए है। इसी तरह 12 आईसीयू की कैपेसिटी है और अभी 11 भरे हुए है। जिला अस्पताल में 317 रिजर्व बेड की व्यवस्था है, जिसमें 281 भरे हुए है और 36 खाली है। जिले के निजी अस्पतालों में वर्तमान में 152 बेड खाली है। जबकि 36 आईसीयू विभिन्न अस्पतालों में है, जिनमें से 13 बेड भरे हुए है। बैठक में कलेक्टर ने बताया कि जिले में 380 बेड की व्यवस्था कोविड सेंटर में की जा रही है। ये कोविड सेंटर खरगोन के अलावा बड़वाह में 2, महेश्वर, कसरावद व भीकनगांव में 1-1 है तथा राधाकुंज मांगलिक परिसर खरगोन में निजी संस्था द्वारा 50 बेड की व्यवस्था की जा रही है।

ऑक्सीजन सप्लाय में एक तहसीलदार व 4 वाहनों की अतिरिक्त व्यवस्था
कलेक्टर अनुग्रहा ने वर्तमान समय में रेमडेसिविर इंजेक्शन, ऑक्सीजन की उपलब्धता और प्रतिदिन उपयोग की जाने वाली ऑक्सीजन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि शासन से 12 अप्रैल को 413 इंजेक्शन शासकीय अस्पताल के लिए और 250 इंजेक्शन निजी अस्पतालों के लिए प्राप्त हुए थे, जिसमें से 170 इंजेक्शन अभी शासकीय अस्पताल में उपलब्ध है। इसी तरह निजी अस्पतालों व मेडिकल को प्रदान किए गए इंजेक्शन की ऑडिट की जा रही है। कलेक्टर अनुग्रहा ने जानकारी देते हुए बताया कि खरगोन को अब दो स्थानों से ऑक्सीजन मिलने लगी है। यहां से प्रतिदिन 4 गाड़ियां लाने व ले जाने के लिए लगाई गई है। ऑक्सीजन उपचार में बाध्यता न बने इसके लिए एक और तहसीलदार विवेक सोनकर को जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसी तरह निजी अस्पतालों में पर्याप्त ऑक्सीजनों की व्यवस्था नहीं होने से आईसीयू बेड खाली है। निजी अस्पतालों के बेड का उपयोग करने के लिए दो अलग वाहनों की व्यवस्था की जा रही है, जिससे ऑक्सीजन उपलब्ध हो सके और निजी अस्पतालों के आईसीयू उपयोग में लाए जा सके। साथ ही जिले के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी ऑक्सीजन उपलब्ध करा सकेंगे।

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समाज में वैक्सिन को लेकर जागरूकता की कमी
प्रभारी मंत्री डंग ने कहा कि अभी भी हमारे समाज में वैक्सिन (Vaccine) को लेकर जागरूकता की कमी है। यह जागरूकता जनप्रतिनिधियों व सामाजिक संस्थाएं बेहतर तरीके से कर सकते है। कोरोना से लड़ने के लिए हम सब पॉजिटिव विचारों के साथ काम करेंगे, तो परिणाम बेहतर हो सकते है। मंत्री डंग ने बैठक में कहा कि यहां कोरोना के मद्देनजर ऑक्सीजन व इंजेक्शन है और लगातार मांग के बाद सप्लाय सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही कहा कि संकट प्रबंधन समुह की बैठक में जो सुझाव आएं है, यह सुझाव मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) के समक्ष रखेंगे। ऐसा हल निकालने के प्रयास किए जाएंगे, जिससे खेती भी हो जाए और रोजगार भी मिल जाए। ऐसा फार्मूला तैयार करेंगे। बैठक में पुलिस अधीक्षक शैलेंद्रसिंह चौहान, अपर कलेक्टर बीएस सोलंकी, एएसपी, जितेंद्रससिंह पंवार व डॉ नीरज चौरसिया, एसडीएम सत्येंद्रसिंह, नपा सीएमओ प्रियंका पटेल सहित समुह के सदस्य उपस्थित रहे।

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समुह ने रखे सुझाव
बैठक के दौरान भीकनगांव विधायक झूमा सोलंकी, भगवानपुरा विधायक केदार डावर, व पूर्व विधायक बाबुलाल महाजन ने गणगौर पर्व, ऑक्सीजन, मजदूरों के रोजगार और बुआई के समय को देखते हुए लगाए प्रतिबंध में आंशिक छूट देने की बात कहीं। वहीं डॉ. अजय जैन ने कहा कि आने वाले समय में संक्रमण बढ़ने के आसार है। इसको देखते हुए तमाम व्यवस्थाएं उसी अनुरूप अर्थात 500 बेड को लेकर की जानी चाहिए। समुह के सदस्य ओम पाटीदार व कल्याण अग्रवाल ने कहा कि इंदौर के अस्पतालों में वेंटिलेटर और बेड खाली होने की जानकारी कलेक्टर के पास रहे, तो खरगोन के मरीजों को इंदौर रेफर किया जा सकता है।

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Harpreet Kaur

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