भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश विधानसभा में आज बजट सत्र (budget session) का दूसरा दिन था। जहां श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद प्रश्नकाल होना था। हालांकि अब सभा को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। दरअसल पूर्व मुख्यमंत्री मोतीलाल वोहरा (motilal vohra), पूर्व राज्यसभा सदस्य कैलाश नारायण सारंग, जसवंत सिंह, तरुण गोगोई, बूटा सिंह, माधव सिंह सोलंकी सहित रामविलास पासवान और अन्य को सदन में श्रद्धांजलि दी गई। इसके साथ ही उत्तराखंड (uttrakhand) और सीधी हादसे (sidhi accident) के मृतकों को भी विधानसभा में श्रद्धांजलि दी गई।
जिसके बाद सदन की कार्रवाई को कल तक के लिए स्थगित कर दिया गया। बुधवार को बजट सत्र के तीसरे दिन धार्मिक स्वतंत्रता सहित अन्य अध्यादेश को सभा में रखा जाएगा। इससे पहले दिल्ली में हुए किसान आंदोलन ने मृत किसानों को श्रद्धांजलि नदी जाने पर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा। विपक्ष का कहना था कि कम से कम जब हम श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं तो किसानों का उल्लेख तो होना ही चाहिए। जिसमें विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम (girish gautam) ने भी सहमति दी।
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बता दें कि इससे पहले कोरोना महामारी के कारण प्रश्नकाल (question session) नहीं हो सका था। वही कमलनाथ सरकार के सत्ताविहीन होने के बाद शिवराज सरकार (shivraj government) का पहले सत्र होगा। जहां मंत्री विधायकों के सवाल का जवाब देंगे। इससे पहले बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। वही अभिभाषण के बाद नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ ने अपने निवास पर बैठक बुलाई थी।
जिस में प्रश्नकाल के दौरान सरकार को घेरने की रणनीतियां तैयार की गई। विधायक दल की बैठक के बाद पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि पेट्रोल डीजल की कीमत लगातार आसमान छू रही है। जिस मुद्दे पर सरकार से सवाल किए जाएंगे। इसके अलावा प्रदेश में कानून व्यवस्था और अवैध उत्खनन पर भी सरकार से जवाब मांगे जाएंगे।
बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने राज्य सरकार द्वारा कोरोना महामारी के दौरान किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। जहां प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने के साथ-साथ प्रदेश विकास और किल कोरोना महाअभियान के बारे में विशेष चर्चा की गई। इसके अलावा 300 करोड़ की राशि चिकित्सा महाविद्यालय के लिए प्रदेश के श्योपुर, मंडला, नीमच, मंदसौर, सिंगरौली और राजगढ़ जिले में शुरू किए जाने की जानकारी राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विधानसभा में दी।