ग्वालियर/अतुल सक्सेना
मध्य प्रदेश सरकार ने ग्वालियर में महिला बाल विकास के ज्वाइंट डायरेक्टर सुरेश सिंह तोमर को निलंबित कर दिया है। दरअसल सुरेश तोमर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 5 अप्रैल को रात 9:00 बजे 9 मिनट के लिए रोशनी बंद करके दीपक जलाने के आह्वान को लेकर अपने फेसबुक अकाउंट पर लिखा था “सर जी आप तो एक बार में ही शेड्यूल बता दो। कब क्या बुझाना है ,हम करते रहेंगे बराबर( क्योंकि अक्ल तो हम में है नहीं )। वहीं अपनी दूसरी पोस्ट में उन्होने लिखा “भाड़ में जाए कोरोना क्राइसिस मैनेजमेंट। मेरे लिए तो यह लिटमस टेस्ट है।” इसी कड़ी की तीसरी पोस्ट में लिखा “सर आप तो कोरोना के मजे ले रहे हो।”
सुरेश तोमर के इन पोस्ट की शिकायत भाजपा के जिला महामंत्री कमल माखीजानी और मंत्री दीपक शर्मा ने संभागीय आयुक्त एमबी ओझा से की थी कि शासकीय अधिकारी इस प्रकार प्रधानमंत्री मोदी के आह्वान का मजाक उड़ा रहे हैं। यह वही सुरेश तोमर है जिन्होंने कमलनाथ सरकार के समय जीवाजी विश्वविद्यालय के गालव सभागार में बिटिया उत्सव के नाम पर तमाम आयोजन कराए थे जिसमें अभिनेत्री स्वरा भास्कर द्वारा सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने जैसे भाषण दिए गए थे। इन शिकायतों की जांच संभागीय आयुक्त एमबी ओझा द्वारा की गई और उसके बाद में राज्य सरकार को प्रतिवेदन भेजा गया जिसके बाद राज्य सरकार ने सुरेश तोमर को निलंबित कर दिया है।
ये पहली बार नहीं है कि जब सुरेश तोमर ने पीएम की कोरोना के खिलाफ जंग की खिल्ली उड़ाई हो। इससे पहले कोरोना वारियर्स के लिए पीएम मोदी द्वारा थाली और ताली बजवाने की अपील का भी तोमर ने मजाक उड़ाया था। 22 मार्च को उन्होंने एक पोस्ट अपने फेसबुक पर फोटो के साथ शेयर करते हुए लिखा था कि “लो फिर दिया पानी पूरे दिन के जनता कर्फ्यू पर, और बजवा लो थाली – ताली”। लगातार शिकायतें मिलने के बाद महिला एवं बाल विकास विभाग के उप सचिव पीके ठाकुर ने ज्वाइंट डायरेक्टर सुरेश तोमर को तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए ग्वालियर मुख्यालय में ही अटैच किया है।