इंदौर/नई दिल्ली।
मध्यप्रदेश के इंदौर के टाटपट्टी बाखल में डॉक्टरों पर हमले की घटना की देशभर में निंदा हो रही है। सोशल मीडिया से सड़क तक लोगों में गुस्सा है। यहां तक सत्तापक्ष और विपक्ष में भी नाराजगी है। अब केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी इस पूरे घटनाक्रम से खफा हो गए है और उन्होंने अधिकारियों को दो टूक कहा है कि ऐसी घटना दोबारा न हो। डॉक्टरों को पूरी सुरक्षा दी जाए।
दरअसल, इंदौर के टाट पट्टी बाखल में कोरोना संक्रमितों की जांच करने पहुंचे डॉक्टरों के दल पर बुधवार दोपहर भीड़ ने हमला कर दिया था। उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर मारा और पथराव कर दिया था।इसके बाद मामले ने तूल पकड़ा तो आनन-फानन में एफआईआर दर्ज की गई और कईयों को गिरफ्तार किया गया।मामले में दोषी चार लोगों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून ([रासुका)] के तहत मामला भी दर्ज किया गया है। वही इस मामले में देर शाम बीजेपी के दिग्गज नेता कैलाश विजयवर्गीय ने फोन पर गृहमंत्री अमित शाह को इसकी जानकारी दी।इसके बाद शाह ने अधिकारियों को हिदायत देते हुए कहा कि ऐसी घटना दोबारा न हो। डॉक्टरों को पूरी सुरक्षा दी जाए।इसी के मद्देनजर अब इलाकों में पैरा मिलिट्री फोर्स की 5 कंपनियां तैनात की जाएंगी।
इस मामले में कैलाश ने जानकारी देते हुए कहा कि उन्होंने डॉक्टरों की टीम के साथ हुई मारपीट की रिपोर्ट गृह मंत्री अमित शाह को भेज दी है। डॉक्टरों के साथ हुई मारपीट की घटना बेहद शर्मनाक है। इस तरह की घटनाएं दोबारा ना हो इसके लिये हिदायत दी गई है।