ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
लॉकडाउन में जहाँ पुलिस मुस्तैद है और ड्रोन कैमरे सहित अन्य साधनों से शहर पर निगाह रख रही है लेकिन फिर भी माफिया उसे चुनौती दे रहा है । इसका उदाहरण रविवार को मिला जब लॉक डाउन में अपने घर से शराब का काला कारोबार कर रहे एक शराब माफिया को पुलिस ने 12 पेटी देसी शराब के साथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने एक सेंट्रो कार बरामद की है जिसमें शराब की सप्लाई की जा रही थी। इस कार पर पुलिस को एमपीसीजी के एक न्यूज़ चैनल का स्टीकर लगा मिला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
हजीरा थाना टी आई आलोक परिहार के मुताबिक वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना मिली थी कि असिस्टेंट लाइन बिरलानगर में शराब की खेप उतरने वाली है। निर्देश मिलते ही उन्होंने अपनी टीम के साथ असिस्टेंट लाइन में नरेंद्र किरार के घर दबिश दी तो वहाँ 12 पेटी देसी शराब मिली। जबकि शराब पहुंचाने वाला नरेंद्र तोमर उर्फ घोड़ा फरार हो गया। पुलिस ने नरेंद्र किरार के पास से एक सेंट्रो कार भी बरामद की है जिसका उपयोग वो शराब सप्लाई में करता था। पुलिस को इस कार पर मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के एक न्यूज चैनल का स्टीकर लगा मिला है। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और पता लगाने की कोशिश कर रही है कि उसका मीडिया से क्या संबंध है और ये कहाँ से शराब मंगा रहा था। पुलिस फरार नरेंद्र तोमर को तलाश रही है। मालूम चला है कि आरोपी नरेंद्र किरार भाजपा का पूर्व मंडल अध्यक्ष भी है। लेकिन सवाल ये उठता है कि लॉक डाउन में भी शराब माफिया कैसे शराब की सप्लाई कर रहा है ? पुलिस की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।