सहायक लेखा अधिकारी का निकला अधजला शव, बहन ने पहचाना, आरोपी पति हिरासत में

Atul Saxena
Published on -

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। शनिवार को शहर के पॉश इलाके सिटी सेंटर में मेट्रो टॉवर (Metro Tower)टाउनशिप के पास झाड़ियों में मिले अधजले शव (Body) की पहचान कार्यालय भू अभिलेख एवं बंदोबस्त (Land Record)में सहायक लेखा अधिकारी के पद पर कार्यरत सूर्या सिंह के रूप में हुई है। अधजले अज्ञात शव (Body)की पहचान करना पुलिस के लिए चुनौती था। पुलिस ने गुमशुदा महिलाओं के परिजनों को बुलवाया लेकिन बड़ी बात ये है कि मृतका के पति ने शव को पहचानने से इंकार कर दिया। वहीं जब मृतका की बहन ने शव (Body)देखा तो अंगूठी और चेन देखते ही चीख पड़ी कि ये तो मेरी सूर्या दीदी हैं। पहचान के बाद पुलिस ने शव को पीएम के लिए भेज दिया और शक के आधार पर पति डॉ संजय सिंह बैस को हिरासत में ले लिया है।

ग्वालियर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में न्यू कलेक्ट्रेट रोड पर मेट्रो टॉवर के पीछे झाड़ियों में शनिवार को पुलिस (Police)को एक महिला का अधजला शव (Body) मिला था। पुलिस ने मौके पर फॉरेंसिक एक्सपर्ट डॉ अखिलेश भार्गव को बुलाया। जब सर्चिंग की तो पास में ही एक प्लास्टिक की केन और माचिस मिली और गाड़ी के टायर के निशान मिले जिससे स्पष्ट हुआ कि किसी ने महिला की हत्या कर शव (Body) को यहाँ लाकर जलाया है। अज्ञात शव (Body)की पहचान के लिए पुलिस ने सभी थानों से गुमशुदा महिलाओं की रिपोर्ट मंगाकर उनके परिजनों को शव (Body)की पहचान के लिए बुलाया। लेकिन किसी ने शव (Body)को नहीं पहचाना।

पति ने भी पत्नी के शव को पहचानने से किया इंकार

पुलिस ने दर्पण कॉलोनी निवासी दतिया में पदस्थ डेंटिस्ट डॉ संजय सिंह बैस को भी बुलाया उन्होंने एक दिन पहले ही अपनी पत्नी सूर्या सिंह की गुमशुदगी थाटीपुर थाने में दर्ज कराई थी । डॉ संजय ने बताया था कि कार्यालय भू अभिलेख एवं बंदोबस्त में पदस्थ सहायक लेखा अधिकारी उनकी पत्नी सूर्या सिंह ऑफिस के लिए निकली थी और वापस नहीं लौटी। लेकिन बड़ी बात ये है कि पुलिस ने जब संजय को शव (Body)दिखाया तो उसने पहचानने से इंकार कर दिया।

शव को देखते ही चीख पड़ी मृतका की बहन, ये तो मेरी सूर्या दीदी है

चूंकि शुक्रवार को संजय ने सूर्या की गुमशुदगी दर्ज कराई थी तो उसके माइके पक्ष के लोग भी सागर से ग्वालियर आ गए। उनको जब शव (Body)के बारे में पता चला तो वे भी शव (Body) को देखने गए और जैसे ही मृतका की छोटी बहन अनामिका ने शव (Body)के हाथ की अंगूठी और गले की चैन को देखा वो चीख पड़ी, ये तो मेरी सूर्या दीदी है। जीजाजी ने उन्हें मार दिया। पुलिस ने अनामिका और अन्य लोगों को सहारा दिया और कानूनी प्रक्रिया पूरी की।

शादी के बाद से करते थे दहेज के लिए प्रताड़ित

अनामिका ने पुलिस (Police) को बताया कि डॉ संजय सिंह और उसकी दीदी सूर्या की शादी 15 फरवरी 2019 को हुई थीं। परिजनों ने बताया कि शादी के बाद से ही डॉ संजय सिंह अपनी पत्नी सूर्या को प्रताड़ित करता रहता था। हालांकि सूर्या के पिता ने अपनी हैसियत से कहीं ज्यादा बढ़कर 25 लाख रुपए नगद शादी में दिए थे। बावजूद इसके वहअपनी बहन नेहा और उसके पति अयान की बातों में आकर सूर्या को प्रताड़ित करता रहता था। इसकी विधिवत उसके परिजनों के पास कॉल रिकॉर्डिंग आदि उपलब्ध है। माइके पक्ष का कहना है कि डॉ संजय ने नेहा और अयान के साथ मिलकर सूर्या की हत्या की और शव को जलाया है। परिजनों की मांग है कि इस मामले में सूर्या की ननद नेहा और उसके पति अयान शर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसलिए उन्हें भी आरोपी बनाया जाना चाहिए।

शादी के बाद से होते थे दोनों में झगड़ा

जानकारी में पता चला है कि डॉ संजय सिंह को अपनी पत्नी सूर्या से से ईगो प्रॉब्लम थी। वह अक्सर सूर्या को कहता था कि तुम्हारी इतनी अच्छी नौकरी कैसे है। इसके अलावा वह सूर्या को मायके से और ज्यादा दहेज लाने के लिए भी प्रताड़ित करता रहता था इसकी समय-समय पर सूर्या ने अपनी बहन अनामिका और भाइयों से चर्चा की थी। उनका कहना है हमारे पास पूरी रिकॉर्डिंग और कॉल डिटेल है जिससे हम बाद में पुलिस को सौंपेंगे।

पति डॉ संजय सिंह को पुलिस ने लिया हिरासत में

घटनास्थल की जांच करने और मृतका सूर्या सिंह के मायके पक्ष के लोगों के बयान दर्ज करने के बाद पुलिस ने आरोपी पति डॉ संजय सिंह को हिरासत में ले लिया है। पुलिस उससे कड़ी पूछताछ कर रही है।


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News