जबलपुर, संदीप कुमार। सिंहस्थ मेले में उपयोग किए गए टॉयलेट्स को नगर निगम के अधिकारियों ने दुगुने दामों में खरीदकर जबलपुर में पब्लिक टॉयलेट के नाम पर लगवा दिया। ये खुलासा हुआ है कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना के विधानसभा सत्र में लगाए गए प्रश्न पर। नगरीय प्रशासन मंत्री ने विधायक विनय सक्सेना के सवाल पर जवाब देते हुए स्वीकार किया है कि जबलपुर नगर निगम में शौचालय घोटाला हुआ है, जिसकी जाँच करवाई जा रही है। हालांकि जाँच किस स्तर तक हुई है, ये भी एक बड़ा सवाल है।
कुछ इस तरह से हुआ शौचालय घोटाला
कांग्रेस विधायक विनय सक्सेना के प्रश्नों पर जब हकीकत सामने आई तो पता चला कि जबलपुर नगर निगम सीमा क्षेत्र में 70 हजार गरीब शहरी आवासों में 41000 सिंगल टॉयलेट, 204 सार्वजिनक तथा सामुदायिक शौचालय, 10 बायो टॉयलेट्स, 51 प्रीकॉस्ट टॉयलेट, 10 मॉड्यूलर टॉयलेट एवं 969 यूरिनल लगाए गए। नगर निगम जबलपुर ने प्रीकॉस्ट बायो टॉयलेट प्रति नग एक लाख चार हजार रुपये, प्रीपेल बायो टॉयलेट प्रति नग 2,98,000, प्रीकेब टॉयलेट प्रति नग 2,85,000 के हिसाब से खरीदे। कांग्रेस विधायक के शौचलय घोटाला से जुड़े प्रश्न के बाद नगरीय प्रशासन मंत्री ने कीमतों की जाँच कर सदन में ये स्पष्ट रूप से बोला कि जिन टॉयलेट खरीदने को लेकर जबलपुर नगर निगम ने लाखों रुपये दे दिए, उसकी कीमत महज 10 से 20 हजार रुपये है। इतना ही नही जबलपुर नगर निगम ने जितने भी टॉयलेट लगाए वह टॉयलेट सिंहस्थ मेले में उपयोग किए जा चुके हैं।