भोपाल, डेस्क रिपोर्ट| बीजेपी (BJP) की फायर ब्रांड नेता व पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (Uma Bharti) के बयानों से प्रदेश की सियासत में हलचल बढ़ गई है| मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाने पर हो रही बयानबाजी के बीच उमा भारती के पूर्ण शराबबंदी (Alcohol Ban) की मांग वाले ट्वीट ने नई बहस छेड़ दी है| वहीं शुक्रवार को उन्होंने मीडिया से चर्चा कर शराबबंदी करने की फिर से पैरवी की| इस दौरान उमा ने दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) पर बड़ा हमला बोला है|
दिग्विजय सिंह द्वारा राम मंदिर के चंदे का हिसाब मांगने पर उमा भारती ने कहा कि दिग्विजय सिंह की जुबान ही उनकी दुश्मन है और इस वजह से अपनी पार्टी कांग्रेस में बड़े नेता नहीं बन सके| दिग्विजय पढ़े लिखे नेता है, मैं उन्हें लम्बे समय से जानती हूं। कांग्रेस के कद्दावर नेता होते हुए भी वो कांग्रेस में खुद के लिए जगह नहीं बना पाए। उनका सबसे बड़ा शत्रु उनका मुंह, उनकी जीभ है जिस पर उनका कंट्रोल नहीं है। यही वजह है कि वो बड़े नेता नहीं बन पाए।
शराबबंदी के लिए राजनीतिक साहस चाहिए
शराबबंदी को लेकर शुक्रवार को उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए इस संबंध में एक बार फिर अपनी बात कही। उन्होंने कहा कि समाज में अपराधों की मुख्य जड़ शराब ही है। शराबबंदी के लिए राजनीतिक साहस चाहिए। साथ ही समाज का चिंतन भी होना चाहिए। उमा भारती ने कहा कि शराब माफिया राजनेता और ब्यूरोक्रेसी को अपनी जकड़न में ले लेता है। राजस्व आमदनी के दूसरे उपाय भी हैं। लोगों की जान की कीमत पर धन की उगाही ठीक नहीं है।
बीजेपी शासित राज्यों में शराबबंदी की मांग
पूर्व सीएम उमा भारती ने कहा मैं बहुत पहले से शराबबंदी को लेकर मेरे मन में विचार थे। मैं अवसर की प्रतीक्षा कर रही थी। बिहार में महिलाओं का बड़ा समर्थन नीतीश कुमार जी को शराबबंदी की वजह से ही मिला है। इससे पहले उमा भारती ने गुरुवार को भी ट्वीट कर शराबबंदी को लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से अपील की थी कि मैं सार्वजनिक अपील करती हूं कि बीजेपी शासित राज्यों में शराबबंदी की तैयारी करिए।