ज्योतिरादित्य सिंधिया के बचाव में उतरे वीडी शर्मा -कांग्रेस सरकार में क्यों नहीं उठाये सवाल

Pooja Khodani
Updated on -

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। MP उपचुनावों (By-elections) में किसान कर्जमाफी (Farmer debt waiver) और ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को भू-माफिया बताये जाने का मुद्दा हावी है। कांग्रेस लगातार इसे लेकर BJP और सिंधिया पर हमला कर रही है। दोनों ही आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (BJP State President VD Sharma) ने कांग्रेस (Congress) पर पलटवार किया है ।

उन्होंने ग्वालियर में कहा कि भाजपा ने कभी भी किसानों की कर्ज माफी (Debt Waiver) की बात नहीं की हम उन्हें सक्षम बना रहे हैं। उन्होंने सिंधिया पर कांग्रेस द्वारा लगाए जा रहे आरोपों पर सवाल किया कि प्रदेश में 50 साल कांग्रेस की सरकार रही तब उसने ये सवाल क्यों उठाये ? शर्मा ने दावा किया कि कांग्रेस अब पूरी तरह से साफ होती दिख रही है और हम प्रदेश की सभी 28 सीटें जीत रहे हैं ये मैं विश्वास के साथ कह सकता हूँ।

प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार ग्वालियर में पत्रकार वार्ता ले रहे प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि जो भाजपा पर किसानों की कर्जा माफी के वायदे भूलने का आरोप लगा रहे हैं उन्हें में स्पष्ट बता दूं कि भाजपा ने कभी भी कर्ज माफी की बात की ही नहीं । हम तो किसानों को हर स्थिति में सक्षम बनाना चाहते हैं और इसके लिये प्रयास भी किये हैं। इसके लिये केन्द्र सरकार किसानों को 6 हजार और राज्य की शिवराज सिंह सरकार 4 हजार रुपये महीना आर्थिक सहायता दे रही है। शर्मा ने कहा कि हमने किसानों को मौजूदा हालत में बेहतर इन्फ्रास्ट्रेक्चर दिया है। सड़क, बिजली , पानी की सुविधा मुहैया कराई है। हम किसानों को प्रलोभन नहीं देते और न ही झूठ बोलते हैं। हमने किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई काम किये हैं।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा जो कहती है वह करती है। केन्द्र सरकार ने किसानों (Farmers) को 22 हजार करोड रुपये की सहायता दी है। उन्होंने कहा कमलनाथ जी केन्द्र सरकार की किसानों की सहायता के 6 हजार करोड रूपये कहां गये , यह सवाल का जबाब अभी अधूरा है। आपने गरीबों के ढाई लाख आवास क्यों लौटा दिया इसका भी जवाब दें, आपने बुजुर्गों की तीर्थदर्शन योजना, लाडली लक्ष्मी योजना और गरीबों छात्र छात्राओं की फीस सरकार द्वारा भरने की योजनाएं बंद का दिन इसका जवाब आपको जनता को देना होगा।

अंचल में से कांग्रेस पूरी तरह गायब हो – वीडी शर्मा

शर्मा ने कहा कांग्रेस की जमीन मध्यप्रदेश में पूरी तरह हिल चुकी है, जिस कारण अब उसके नेता ऊल-जुलूल आरोप लगा रहे हैं। शर्मा ने कहा कि कमलनाथ सरकार अपने कर्मों से गिरी थी। उन्हीं की पार्टी में उन्हीं के मंत्री नेता उनपर गंभीर आरोप लगाते थे। अब चुनावों में ही देख लें। कहां गई कांग्रेस की एकता पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से लेकर डॉ. गोविंद सिंह , राहुल सिंह सहित अन्य दिग्गज नेता कहां हैं। मेरा कहना है कि आंतरिक कलह में डूबी कांग्रेस सत्ता वापसी के सपने बुन रही है, जबकि भाजपा अपने संगठन व कार्यकर्ताओं की बदौलत 28 में 28 सीटें जीतने की स्थिति में है। शर्मा ने दावा किया कि इन उप चुनावों से यह तो स्पष्ट तय है कि अंचल में से कांग्रेस पूरी तरह गायब हो जायेगी। इनका आंतरिक लोकतंत्र भी पूरी तरह से समाप्त हो गया है।

सिंधिया का किया बचाव कहा आरोप भ्रामक

राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया का बचाव करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के नेता आज सिंधिया पर जमीन घोटाले के आरोप लगाए रहे हैं ये सभी आरोप भ्रामक व गलत हैं। और इसका जवाब सिंधिया दे चुके हैं कि ये जमीन 300 साल पुरानी उनकी संपति है। सिंधिया पर अनर्गल आरोप लगाये जा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि जब प्रदेश में 50 साल तक कांग्रेस की सरकार थी तब उसने ये सवाल क्यों नहीं उठाये। लेकिन सिंधिया जी के स्वाभिमान के जागृत होने के कारण जब वे सड़क पर उतरे और कांग्रेस की जमीन खिसक गई तो अब आप ये बात कर रहे हैं इसे मप्र की जनता बहुत अच्छे से समझ चुकी है।

चुनावों में भी उनका सूपड़ा साफ

वीडी शर्मा ने कहा कांग्रेस सिंधिया जी पर जमीन घोटाले के आरोप लगा रहे हैं जबकि कांग्रेस की जीजाजी सही शीर्ष नेतृत्व में ऐसे कई लोग हैं जिन पर हजारों करोड़ की जमीन के घोटालों के आरोप हैं। शर्मा ने कहा कि सिंधिया ने कांग्रेस द्वारा किये गये वायदे पूरा न होने पर ही अपना कदम उठाया था। उन्होंने जनहित और अपने क्षेत्र की भलाई व विकास के लिये कमलनाथ सरकार व कांग्रेस का साथ छोड़ा और भाजपा के साथ आ गए। वीडी शर्मा ने यह भी आरोप लगाया कि कमलनाथ सरकार ने ग्वालियर चंबल संभाग की बहुत उपेक्षा की जिसका परिणाम उन्हें भोगना पडा और अब चुनावों में भी उनका सूपड़ा साफ हो जायेगा।


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News