Lachhman Das Mittal: लक्ष्मण दास मित्तल जिनकी कहानी सुनकर आप रह जाएंगे दंग, जानिए कैसे LIC Agent से बन गए हैं भारत के सबसे बुजुर्ग अरबपति

Lachhman Das Mittal: फोर्ब्स की Billionaires List 2024 में लक्ष्मण दास मित्तल को शामिल किया गया है। दरअसल उन्हें भारत के सबसे बुजुर्ग अरबपति के रूप में चुना गया हैं।

Rishabh Namdev
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Lachhman Das Mittal: लक्ष्मण दास मित्तल जो कभी एक एलआईसी में इंश्योरेंस एजेंट थे। अब 2024 की फोर्ब्स अरबपति लिस्ट (Forbes Billionaires List 2024) में शामिल हो गए है। दरअसल 93 साल की उम्र में लक्ष्मण दास मित्तल भारत के सबसे बुजुर्ग अरबपति बने हैं। हालांकि इससे पहले महिंद्रा एंड महिंद्रा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन केशब महिंद्रा को भारत का सबसे बुजुर्ग अरबपति माना जाता था। आपको बता दें कि 99 साल की उम्र में केशब महिंद्रा निधन हो गया। लेकिन आज हम जिनके बारें में बात करने वाले है उनकी कहानी सुनकर शायद आप चौंक जाएं। दरअसल आज हम लक्ष्मण दास मित्तल के बारें में बताने वाले है। जिन्होंने एलआईसी एजेंट से अरबपति बनने तक का सफर तय किया हैं।

दरअसल आपको जानकर हैरानी होगी कि लक्ष्मण दास मित्तल उस उम्र में पहली बार बिजनेसमैन बने थे, जिस समय लोग अपना रिटायरमेंट लेकर घर पर आराम की जिंदगी बिताने की सोंचते हैं। लक्ष्मण दास मित्तल ने 60 साल की उम्र में LIC से रिटायरमेंट लिया। वहीं रिटायरमेंट के बाद मित्तल ने बिजनेस करने की शुरुआत की। जिसके बाद आज का दिन है लक्ष्मण दास मित्तल ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। आज मित्तल 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की कंपनी के मालिक हैं।

जानिए कौन है लक्ष्मण दास मित्तल?

जानकारी दे दें कि लक्ष्मण दास मित्तल सोनालिका ग्रुप (Sonalika Group) के चेयरमैन हैं। दरअसल सोनालिका ग्रुप भारत की तीसरी सबसे बड़ी ट्रैक्टर बनाने वाली कंपनी है। वहीं निजी जीवन की बात की जाए तो लक्ष्मण दास मित्तल का जन्म 1931 में पंजाब के होशियारपुर में हुआ था। जानकारी दे दें कि लक्ष्मण दास मित्तल भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) में इंश्योरेंस एजेंट के थे। उन्होंने पंजाब यूनिवर्सिटी से उर्दू में मास्टर डिग्री की है, हालांकि लक्ष्मण दास पूरी यूनिवर्सिटी में पहले नंबर पर रहे थे।

नौकरी से बचत कर शुरू किया यह बिजनेस:

दरअसल लक्ष्मण दास मित्तल ने नौकरी करने के बावजूद बिज़नेस का सपना नहीं छोड़ा उन्होंने इसके लिए अपनी नौकरी के समय ही छोटी-छोटी बचत करना शुरू कर दी। सबसे पहले दास ने मारुति उद्योग (Maruti Suzuki) की डीलरशिप लेने की सोची, लेकिन आवेदन करने पर उनका आवेदन रिजेक्ट कर दिया गया। जिसके बाद साल 1990 में लक्ष्मण दास मित्तल ने 60 साल की उम्र में एलआईसी एजेंट के तौर पर रिटायरमेंट ले लिया। जिसके बाद उन्होंने बिजनेस करने के अपने सपने को पूरा किया।

सोनालिका ट्रैक्टर्स ने मचाया धमाल:

आपको बता दें कि मित्तल ने अपनी पहली कंपनी सोनालिका ट्रैक्टर्स की शुरुआत की, जो कि किसानों को बहुत पसंद आया। वहीं आपको बता दें कि आज इस कंपनी की कीमत 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की है, सोनालिका ट्रैक्टर्स भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बिकते हैं। दरअसल आज सोनालिका ग्रुप के ट्रैक्टर बनाने के प्लांट 5 देशों में स्थित हैं। जो करीब 120 देशों में अपने ट्रैक्टर सेल करती है।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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