RBI Repo Rate: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने वित्तवर्ष 2022-23 के अंतिम एमपीसी मीटिंग को समापन करते हुए बड़ा ऐलान कर दिया है। जिसका असर आम जनता पर होगा। आरबीआई ने रेपो रेट में 25 बीपीएस यानि 0.25 फीसदी की वृद्धि कर दी है। अब दरें 6.50 फीसदी हो चुकी है। एक ही साल में 6वीं बार रेपो दरों में वृद्धि की है। मॉनेटरी पॉलिसी की बैठक में 6 लोग शामिल हुए हैं, जिसमें से 4 ने रेपो रेट में इजाफे को सपोर्ट किया। अब तक कुल 2.50 फीसदी की वृद्धि दरों में हो चुकी है। हालांकि हाल में आए रिपोर्ट के मुताबिक महंगाई दरों में गिरावट देखी है, इसके बाद भी केन्द्रीय बैंक ने यह कदम उठाया है।
गवर्नर ने कही ये बात
आरबीआई गवर्नर शक्तिकान्त दास ने बताया कि 1 अगस्त 2018 के बाद यह रेपो रेट की सबसे ऊंची दरें हैं । बता दें की बजट 2023-24 की पेशकश के बाद पहली बार एमपीसी की बैठक आयोजित हुई है। इसके अलावा आरबीआई गवर्नर ने वित्तवर्ष 2024 में पहली तिमाही में जीडीपी में 7.8 फीसदी का ग्रोथ होने की संभावना जताई है।
लोन होगा महंगा
रेपो रेट में वृद्धि के साथ ही लोन की ब्याज दरों में भी इजाफा होगा। साथ ही ईएमआई का बोझ भी बढ़ेगा। कार लोन से लेकर होम लोन महंगा हो जाएगा। नई दरों की घोषणा होने से पहले ही विशेषज्ञ रेपो द्वारा दरों में 25 बेसिस पॉइंट इजाफा होने का अंदाजा लगा रहे थे। तीन दिनों की MPC मीटिंग के बाद केन्द्रीय बैंक ने यह घोषणा कर दी है। इससे पहले पिछले साल दिसंबर में ब्याज दरों में 0.35 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई थी। जिसके बाद नई दरें 5.90 फीसदी से बढ़कर 6.25 हो गई थी।