आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में राजस्थान के जैसलमेर में जीएसटी काउंसिल की 55वी मीटिंग रखी गई। इस दौरान जीएसटी दरों को लेकर बड़ा निर्णय लिया गया। दरअसल हेल्थ और टर्म इंश्योरेंस पर जीएसटी कम नहीं होगा। मीटिंग के दौरान स्वास्थ्य बीमा और जीवन बीमा पर जीएसटी कम करने का यह प्रस्ताव अब अगली बैठक तक टाल दिया गया है।
जानकारी के मुताबिक यह प्रस्ताव राज्यों के विरोध के चलते टाला गया है। जीएसटी काउंसिल द्वारा इस विषय पर मंत्रियों को और अध्ययन करने की सलाह दी गई है। शनिवार सुबह 11:00 बजे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में यह बैठक शुरू हुई।
बीमा पर जीएसटी कम करने के प्रस्ताव को टाला
राज्यों के वित्त मंत्रियों ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के समक्ष जीएसटी कम करने के प्रस्ताव रखें। जानकारी के मुताबिक बिहार के वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने इस दौरान ने कहा कि “बीमा पर जीएसटी कम करने के प्रस्ताव को अगली बैठक तक टाल दिया गया है। बता दें कि आज दो चरणों में बैठक आयोजित की जा रही है। आज पहली बैठक सुबह 11:00 बजे से दोपहर 1:45 तक की गई। वहीं अब दूसरी बैठक आज शाम 4:30 बजे से शुरू होगी। उम्मीद जताई जा रही है कि इस बैठक में कई वस्तुओं पर जीएसटी दरों में बदलाव किया जा सकता है। मंत्रियों के समूह द्वारा GST कम करने की सिफारिश रखी गई है। हालांकि लग्जरी आइटम पर जीएसटी बढ़ाने की संभावना जताई जा रही।
इन चीज़ो पर बढ़ाया जा सकता है GST
शनिवार को की गई इस बैठक में नोटबुक, बोतल बंद पानी और ₹10000 से कम कीमत वाली साइकिलों पर जीएसटी को 18 परसेंट से घटाकर 5% करने का प्रस्ताव रखा गया है। वहीं इस बैठक में ऑनलाइन फूड डिलीवरी पर लगने वाले टैक्स को भी घटाया जा सकता है। फिलहाल यह टैक्स 18 परसेंट है, लेकिन इसे 5% किया जा सकता है। यदि ऐसा होता है तो ऑनलाइन खाना मंगवाना अब सस्ता हो जाएगा। वहीं अब छोटे पेट्रोल और डीजल कारों पर जीएसटी बढ़ाया जा सकता है। फिलहाल अभी 12% जीएसटी लगता है, जिसे 18% तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है। इसके साथ ही सिगरेट गुटका सहित तंबाकू उत्पादों पर भी टैक्स बढ़ाने का विचार किया जा रहा है। दरअसल अभी इन प्रोडक्ट्स पर 28% जीएसटी लगता है जिसे बढ़ाकर 35% तक किया जा सकता है।