देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी में से एक टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) ने हाल ही में उन खबरों की पुष्टि की है, जिनमें उसके हजारों कर्मचारियों (employees) को आयकर विभाग से नोटिस मिलने की बात कही गई थी। जानकारी के अनुसार इन नोटिसों में TCS के कर्मचारियों से 50,000 रुपये से लेकर 1.45 लाख रुपये तक के टैक्स की मांग आयकर विभाग द्वारा की गई है।
वहीं कंपनी ने अब इस स्थिति पर अपना स्पष्टीकरण देते हुए जल्द ही इसका समाधान करने का आश्वासन कर्मचारियों (employees) को दिया है। जानिए इसके पीछे क्या कारण सामने आया है।
40,000 कर्मचारियों को नोटिस भेजा गया नोटिस
दरअसल मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, इनकम टैक्स विभाग ने टीसीएस के करीब 40,000 कर्मचारियों को नोटिस भेजे हैं, जिससे कर्मचारियों के बीच चिंता देखी गई है और कंपनी के अंदर भी इस मामले को लेकर हलचल मच गई है। वहीं आपको बता दें कि ये नोटिस आमतौर पर तब जारी किए जाते हैं जब टैक्स रिटर्न में किसी तरह की गड़बड़ी या गलती पाई जाती है। वहीं इस मामले में, आयकर विभाग ने वित्तीय वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में टीडीएस (tax deduction at source) कटौती में पाई गई गलतियों के चलते ये नोटिस जारी किए हैं।
जानिए क्या है नोटिस जारी होने की वजह?
वहीं TCS ने अपनी आंतरिक ईमेल में जानकारी दी कि यह समस्या वित्तीय वर्ष 2023-24 की चौथी तिमाही में की गई टीडीएस कटौती से जुड़ी है। दरअसल, TCS और आयकर विभाग के डेटा में मेल न होने की वजह से यह दिक्कत सामने आई है। जानकारी के अनुसार टीडीएस कटौती और उसके रिटर्न दाखिल करने की प्रक्रिया में कुछ गलतियों के चलते इनकम टैक्स विभाग ने TCS के हजारों कर्मचारियों को नोटिस जारी किया हैं।
फिर से प्रोसेस करना होगा रिटर्न
दरअसल TCS ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और अपने कर्मचारियों को एक आंतरिक मेल के माध्यम से सूचित भी किया है, कि कंपनी इस समस्या से पूरी तरह अवगत हो चुकी है और इसे जल्द से जल्द सुलझाने की कोशिश कर रही है। वहीं कंपनी ने यह भी स्पष्टता दी है कि इनकम टैक्स विभाग द्वारा कर्मचारियों के रिटर्न को दोबारा संसाधित किया जाएगा।