नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। सीबीएसई के छात्रों (CBSE Students) के लिए बड़ी खबर है। जल्द उनके परीक्षा परिणाम की घोषणा (10th-12th exam results) की जाएगी। कई विश्वविद्यालय द्वारा प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन (registration) और आवेदन की प्रक्रिया को शुरू कर दिया गया है वहीं मुंबई यूनिवर्सिटी द्वारा आज यूजी प्रवेश (UG Admission) के लिए तीसरी सूची भी जारी कर दी गई है। हालांकि UGC ने सभी विश्वविद्यालय को निर्देश दिए हैं की कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम की घोषणा के बाद ही यूजी प्रवेश की प्रक्रिया को आगे बढ़ाएं।
इसी बीच छात्र घोषित होने के बाद CBSE की आधिकारिक वेबसाइट से परीक्षा परिणाम डाउनलोड कर सकेंगे। सूत्रों की माने तो रिजल्ट जुलाई के अंत तक जारी किया जाएगा। सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट पर परिणामों की जांच करने के अलावा, अब आप डिजिलॉकर के माध्यम से अपना परिणाम देख सकते हैं। उम्मीदवारों की मार्कशीट डिजिलॉकर एप्लिकेशन और वेबसाइट digilocker.gov.in पर देखी जा सकेगी। रिपोर्ट कार्ड प्राप्त करने के लिए, उम्मीदवारों से अनुरोध है कि वे अपना स्कूल और रोल नंबर तैयार रखें।
डिजिलॉकर के माध्यम से मार्कशीट कैसे प्राप्त करें
- डिजिलॉकर की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या इसका मोबाइल एप्लिकेशन खोलें और साइन इन करें।
- “केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड” चुनें।
- अब, सीबीएसई कक्षा 10 परिणाम 2022 के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
- डिजिलॉकर में लॉग इन करने के लिए अपनी साख जैसे रोल नंबर और स्कूल नंबर दर्ज करें।
- सबमिट करने के बाद आप स्क्रीन पर अपना रिजल्ट देख पाएंगे।
- भविष्य के संदर्भ के लिए, परिणाम की सॉफ्ट कॉपी डाउनलोड करें और एक प्रिंटआउट अपने पास रखें।
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इधर सीबीएसई ने अगले वर्ष 2023-24 से Result के लिए मूल्यांकन प्रक्रिया में बड़े बदलाव का निर्णय लिया है। इसके लिए प्रक्रिया को और अधिक स्किल्ड और कॉम्पिटेटिव बनाने के लिए बदलाव की प्रक्रिया को अपनाया जा रहा है। बता दें कि नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत इस बदलाव के मानदंड को तैयार किया गया है।
जानकारी के मुताबिक दोनों कक्षाओं के लिए छात्र अभिभावक और शिक्षकों को संरचनात्मक नवीनीकरण के लिए आंतरिक मूल्यांकन और स्व-मूल्यांकन की प्रक्रिया को अपनाया जाएगा। 2024 से सभी स्कूलों में इसके पालन अनिवार्य किए जाएंगे। इस मामले में सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी का कहना है सभी विषयों के लिए 20% आंतरिक मूल्यांकन होगा। सीबीएसई सचिव ने कहा कि 3 घंटे की लंबी परीक्षा से छात्र की योग्यता का आंकलन नहीं किया जा सकता। इसलिए 20% आंतरिक मूल्यांकन होगा। यह प्रयोग पर आधारित होगा। इसमें शिक्षक माता-पिता के सहकर्मी भी छात्र का आकलन करेंगे और अपने आधार पर 20% अंक दिए जाएंगे। इनमें प्रोजेक्ट और इंडस्ट्री कनेक्शन को भी शामिल किया गया है। साथ ही सामाजिक कार्य, खेलकूद सहित अन्य गतिविधियों को भी इसमें शामिल किया जाएगा।
सीबीएसई सचिव की मानें तो प्रश्न पत्र में मेजर स्ट्रक्चर चेंज देखने को मिल सकता है। अभी छात्रों को ज्यादा विकल्प के लिए 33% अधिक प्रश्न उपलब्ध कराए जाएंगे। दो तरह के संरचनात्मक बदलाव होंगे। पहले बदलाव में आंतरिक रूप से प्रश्नों की संख्या में 33% की वृद्धि की जाएगी। जिससे छात्रों को प्रश्नों के अधिक विकल्प मिलेंगे।
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इसके अलावा सीबीएसई छात्रों के लिए एक समग्र मूल्यांकन कार्ड भी उपलब्ध कराया जाएगा। बोर्ड सचिव की माने तो मूल्यांकन कार्ड लांच किया गया है। कई स्कूलों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया गया है। मूल्यांकन कार्ड में एक छात्र के मूल्यांकन के शिक्षक माता-पिता और सहकर्मी द्वारा किया जाएगा और छात्र एवं मूल्यांकन भी करेंगे। इसे 360-degree एसेसमेंट करार दिया गया है।
इसके अलावा प्रश्न में एनालिटिकल और क्रिटिकल थिंकिंग पर फोकस किया जाएगा छात्र को विषय रिलेटेड और को रिलेटेड प्रश्नों के लिए एक नए उत्तर ढूंढने होंगे। यह उत्तर किताबों में नहीं मिलेंगे और इसके लिए छात्रों को एनालिटिकल और क्रिटिकल थिंकिंग का सहारा लेना होगा। बता दे की बोर्ड परीक्षा से पहले कई तरह के सुधार किए जा रहे हैं। 2024 तक इसे पूरे देश में लागू करने की तैयारी की जा रही है।