CBSE ने बड़ी घोषणा, पेरेंटिंग और शिक्षा के बीच तालमेल बढ़ाने के लिए वर्कशॉप का होगा आयोजन, अहम नोटिस जारी

सीबीएसई पेरेंटिंग और एजुकेशन को लेकर वर्कशॉप का आयोजन करने वाला है। तारीख, थिम और वेन्यू घोषित हो चुका है। 

Manisha Kumari Pandey
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CBSE Worshop 2024: केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने एक वर्कशॉप का आयोजन करने वाला है। जिसकी टॉपिक “सशक्तिकरण संबंध: पालन पोषण और शिक्षा में प्रभावी संचार और सहयोग पर एक कार्यशाला है।” राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत सीबीएसई इस वेबीनार और कार्यशालाओं के साथ-साथ ऑनलाइन और ऑफलाइन क्षमता निर्माण कार्यक्रम की एक श्रृंखला भी आयोजित कर रहा है। इस संबंध में बोर्ड ने महत्वपूर्ण नोटिफिकेशन भी जारी किया है।

सीबीएसई ने कहा नोटिस में कहा, “बच्चों के समग्र विकास को बढ़ावा देने में प्रभावी पालन-पोषण महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जिसे पहचानते हुए स्टूडेंट्स की भलाई का समर्थन करने के लिए शैक्षणिक संस्थाओं और परिवारों के बीच मजबूत तालमेल की जरूरत है। बच्चों की सुरक्षा, भावनात्मक भलाई, माता-पिता बच्चों के रिश्तों की विकसित गतिशीलता के बारे में बढ़ती चिताओं के साथ-साथ पालन पोषण पद्धतियों में अपडेट जरूर महत्वपूर्ण हो गई है। इसलिए माता-पिता को अपने बच्चों के शैक्षणिक सामाजिक और भावनात्मक विकास का मार्गदर्शन करने में सहायता के लिए आवश्यक कौशल से स्कूल नेताओं को लैस करना भी जरूरी है।” आगे बोर्ड ने कहा, “यह वर्कशॉप स्कूलों को सीखने और जुड़ने के अवसर प्रदान करता है। ताकि वे पेरेंटिंग चुनौतियों से निपटने के लिए जरूरी कदम उठा सके।”

टॉपिक, समय और स्थान (CBSE Board News)

सीबीएसई मुंबई/ठाणे के स्कूलों के प्रधानाचार्यों के लिए पोदार एजुकेशन नेटवर्क के सहयोग इस ऑफलाइन कार्यशाला का आयोजन कर रहा है। फॉर्चून सिलेक्टेड एक्सोटिका, 16, पाल्म बीच रोड, एपीएमसी मार्केट, सेक्टर 19, वाशी, नवी मुंबई 400705 में सुबह 10:00 बजे से लेकर दोपहर 1:30 बजे तक कार्यक्रम का आयोजन होगा। पहला विषय “संवाद और सहयोग: पालन पोषण की यात्रा का समर्थन करना” और दूसरा विषय “पोषण के लिए संवाद करें: अभिभावक विद्यालय साझेदारी” है।”

वर्कशॉप के फायदे (Parenting and Education Workshop) 

इस कार्यशाला से पेरेंटिंग से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं को समझने में मदद मिलेगी। जिसके परिणाम स्वरूप माता-पिता और बच्चों के बीच संचार में सुधार आएगा। बच्चों के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए मनोसामाजिक सहायता भी प्रदान की जाएगी। स्कूलों में छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण कदम भी उठाए जाएंगे। इससे छात्रों की लर्निंग की यात्रा को भी समर्थन मिलेगा

 


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