MP School DPI Order : मध्य प्रदेश स्कूली बच्चों के लिए राहत भरी खबर है। लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा बढ़ती ठंड के कारण स्कूल में समय परिवर्तन के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही बच्चों का इंतजार समाप्त होने वाला है। स्कूल में जल्द ही शीतकालीन अवकाश घोषित किए जाएंगे।
किन परिस्थिति में स्कूल के समय में परिवर्तन संभव
लोक शिक्षण संचालनालय द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। जिसमें बताया गया है कि स्कूल के समय में परिवर्तन किन परिस्थिति और किस प्रक्रिया के तहत किए जाने है। जारी आदेश के तहत शीतकाल में यदि न्यूनतम तापमान 5 डिग्री है या उससे कम होता है तो स्कूलों के समय में परिवर्तन किया जा सकता है। इसके अलावा ग्रीष्म काल में अधिकतम तापमान यदि 42 डिग्री से अधिक पहुंचे तो जिला शिक्षा अधिकारी के प्रस्ताव के अनुसार जिला कलेक्टर द्वारा स्कूल के संचालन के समय में परिवर्तन संभव है।
DEO को पत्र
विशेष परिस्थिति में लोक शिक्षण आयुक्त से सहमति प्राप्त करने के बाद जिला कलेक्टर द्वारा स्कूल के समय निर्धारण किए जा सकते हैं। साथ ही जिन जिलों में ठंड अधिक बढ रही है। उन जिलों में स्कूल के समय में परिवर्तन के निर्देश दिए गए हैं।
स्कूलों में होंगे शीतकालीन अवकाश
शीतकालीन अवकाश के लिए छात्रों को कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा। 20 दिसंबर के बाद स्कूलों में छुट्टी की संभावना बढ़ती नजर आ रही है। दिसंबर महीने में ठंड में वृद्धि देखी जा रही है। जिसके कारण अंतिम सप्ताह और जनवरी के शुरुआती दिनों में रिकॉर्ड ठंड पड़ने के कारण स्कूलों में शीतकालीन अवकाश प्रदान किए जाते हैं।
बंद रहेंगे स्कूल
मौसम विभाग की संभावनाओं की माने तो दिसंबर के आखिरी सप्ताह से तापमान में भारी गिरावट आने वाली है। जिसने ग्वालियर चंबल, बुंदेलखंड सहित विंध्य, मंडला, डिंडोरी में तापमान के अधिक गिरने की संभावना है। इसके अलावा होशंगाबाद, भोपाल और आसपास के इलाके में भी तापमान 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाएगा। उज्जैन इंदौर में भी तापमान में भारी गिरावट का पूर्वानुमान जताया गया है। ऐसी स्थिति में माना जा रहा है कि दिसंबर के तीसरे सप्ताह में स्कूलों में शीतकालीन अवकाश घोषित किए जा सकते हैं।
मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मुताबिक 22 दिसंबर से 31 दिसंबर तक स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की जा सकती है। फिलहाल इस पर किसी भी तरह की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन जैसे जैसे समय बढ़ता जा रहा है, वैसे वैसे ही छात्रों का इंतजार कम हो रहा है। जल्द ही छात्रों को स्कूलों से अवकाश का लाभ मिलेगा।