जारी हुए SSC CGL टियर-1 के एडमिट कार्ड, ऐसे करें डाउनलोड, 9 सितंबर से परीक्षा शुरू, जानें पेपर का पैटर्न

एसएससी सीजीएल के एडमिट कार्ड जारी हो चुके हैं। हॉल टिकट डाउनलोड करने के लिए रजिस्ट्रेशन नंबर, रोल नंबर या नाम के साथ डेट ऑफ बर्थ की जरूरत पड़ेगी। 

Manisha Kumari Pandey
Published on -
ssc

SSC CGL Admit Card 2024: कर्मचारी चयन आयोग (Staff Selection Commission) ने कम्बाइन्ड ग्रेजुएट लेवल टियर-1 परीक्षा के एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। उम्मीदवार ऑफिशियल वेबसाइट ssc.gov.in पर जाकर हॉल टिकट डाउनलोड कर सकते हैं। इसके लिए रजिस्ट्रेशन नंबर, रोल नंबर या नाम के साथ डेट ऑफ बर्थ की जरूरत पड़ेगी।

आयोग ने एसएससी सीजीएल के प्रवेश पत्र क्षेत्रवार जारी किए हैं। फिलहाल, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ , दिल्ली, राजस्थान और उत्तराखंड क्षेत्र के लिए एडमिट कार्ड जारी नहीं हुए हैं। उम्मीदवारों को अपडेट्स के लिए नियमित तौर पर आधिकारिक वेबसाइट विजिट करते रहने की सलाह दी जाती है। हॉल टिकट में आवेदक नाम, पिता का नाम, पता, रोल नंबर, जन्मतिथि और जाति वर्ग की जानकारी उपलब्ध होती है। साथ ही परीक्षा केंद्र, पता और रिपोर्टिंग टाइम की जानकारी भी उपलब्ध होती है।

ऐसे डाउनलोड करें एडमिट कार्ड (How To Download Admit Card?)

  • सबसे पहले ऑफिशियल वेबसाइट ssc.gov.in पर जाएं।
  • होमपेज पर “SSC CGL Admit Card” के लिंक पर क्लिक करें।
  • लिस्ट में अपने विशिष्ठ एसएससी क्षेत्र की वेबसाइट चुनें।
  • रजिस्ट्रेशन नंबर और पासवर्ड या जन्मतिथू दर्ज करें।
  • लॉग इन करते ही स्क्रीन पर एडमिट कार्ड दिखेगा। इसे चेक करें।
  • भविष्य के संदर्भ में एडमिट कार्ड का प्रिन्ट आउट निकाल के अपने पास रख लें।

परीक्षा की तारीख (Exam Dates)

बता दें कि इस साल 9 सितंबर से लेकर 26 सितंबर तक एसएससी सीजीएल टियर-1 परीक्षा का आयोजन होगा। ग्रुप-बी और ग्रुप कैटेगरी के कुल 17,727 पदों पर भर्ती होगी। टियर 2 परीक्षा दिसंबर 2024 में होगी।

एसएससी सीजीएल टियर-1 परीक्षा का पैटर्न (Exam Patten)

 


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News