UGC 2024 Exam, UGC CUET UG-PG 2024, Bihar Pre Phd Exam : यूजीसी द्वारा 2024-25 के अकादमी सत्र के लिए तीन प्रमुख परीक्षाओं की घोषणा कर दी गई है। CUET UG-PG सहित नेट की प्रवेश परीक्षाओं की तिथि की घोषणा की गई है। बता दे कि स्नातक पाठ्यक्रम के लिए CUET-UG 2024 की प्रवेश परीक्षा मई 2024 में आयोजित की जाएगी।
वही CUET PG के लिए अगले साल प्रवेश परीक्षा 11 से 28 मार्च के बीच संपन्न करवाई जाएगी। विश्वविद्यालयीन सामान्य प्रवेश परीक्षा CUET UG 2024 के लिए परीक्षा का आयोजन 15 से 31 मई 2024 के बीच किया जाना है। यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार के मुताबिक प्रवेश परीक्षा के 3 महीने के अंदर परिणाम की घोषणा कर दी जाएगी।
JEE Mains की परीक्षा 2024 पहले सत्र की परीक्षा जनवरी-फरवरी में
इसके अलावा JEE Mains की परीक्षा 2024 पहले सत्र की परीक्षा जनवरी-फरवरी में आयोजित की जाएगी जबकि दूसरे सत्र की परीक्षा अप्रैल 2024 में आयोजित की जाएगी। NTA की ओर से जारी कैलेंडर के अनुसार JEE Main परीक्षा के पहले सत्र की परीक्षा 24 जनवरी से 1 फरवरी 2024 तक आयोजित की जाएगी जबकि दूसरे सत्र की जेईई मेंस परीक्षा 1 अप्रैल 2024 से 15 अप्रैल 2024 तक आयोजित की जाएगी।
जेईई मेंस के जरिए अंडर ग्रेजुएट इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी सहित आईआईटी, एनआईटी, इंजीनियरिंग कॉलेज में एडमिशन के सुविधा उपलब्ध होती है। वही आईआईटी जेईई एडवांस्ड के लिए भी उम्मीदवारों का चयन किया जाता है।
NEET 2024 परीक्षा 5 मई को
देशभर के मेडिकल कॉलेज में स्नातक कोर्स में दाखिल होने के लिए राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा ( NEET 2024) 5 मई को आयोजित की जाएगी। देश भर के मेडिकल कॉलेज और संस्थानों में एमबीबीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस जैसे स्नातक कोर्स में प्रवेश के लिए NEET आवश्यक है।
बिहार के विश्वविद्यालय में Pre-PhD में नामांकन के लिए एक ही परीक्षा
इधर बिहार के सभी विश्वविद्यालय में प्री पीएचडी में नामांकन के लिए एक ही परीक्षा का आयोजन किया जाएगा। इसको लेकर राज्य सरकार राज भवन में जल्द ही प्रस्ताव भेजने की तैयारी में है। राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद की बैठक में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।
बैठक की अध्यक्षता शिक्षा मंत्री सह परिषद के अध्यक्ष प्रोफेसर चंद्रशेखर द्वारा की गई बैठक में स्पष्ट किया गया कि इस व्यवस्था के लागू होने से छात्रों को अलग-अलग विश्वविद्यालय में प्री पीएचडी के लिए टेस्ट नहीं देना पड़ेगा और एक ही परीक्षा के माध्यम से विषय विशेष में सीट की उपलब्धता और आरक्षण रोस्टर के हिसाब से नामांकन स्पष्ट किया जाएगा।
4 वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम संरचना तैयार करने पर भी सहमति
सरकार के इस निर्णय से एक तरफ जहां छात्रों को आर्थिक नुकसान नहीं होगा। वहीं दूसरी तरफ छात्रों को परेशानी का भी सामना नहीं करना पड़ेगा। बैठक में सहायक प्रोफेसर की अर्हता के लिए NET की तर्ज पर ही BET शुरू करने की सहमति बनी है। इसके अलावा बिहार राज्य उच्चतर शिक्षा परिषद के प्रतीक चिन्ह, वार्षिक प्रतिवेदन नियमावली निर्मित करने और 4 वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम संरचना तैयार करने पर भी सहमति बनी है।