जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के 20 नवंबर को संभावित आगमन को लेकर अंबिकापुर में तैयारियां तेज हो गई हैं। जिला प्रशासन और विभागीय अधिकारी कार्यक्रम की व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। गुरुवार को आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक विकास विभाग तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने तैयारियों का जायजा लिया और संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
आगमन की तैयारी में जुटा प्रशासन
प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने सबसे पहले गांधी स्टेडियम का निरीक्षण किया, जहां राष्ट्रपति के लिए हेलीपैड बनाया जा रहा है। उन्होंने हेलीपैड की मजबूती, सुरक्षा व्यवस्था, आगमन-निर्गमन मार्ग, साफ-सफाई और आसपास की व्यवस्था का बारीकी से निरीक्षण किया। बोरा ने कहा कि सभी तैयारियां राष्ट्रपति स्तर की प्रोटोकॉल मानकों के अनुरूप और सौंदर्यपूर्ण ढंग से पूरी की जानी चाहिए।
पीजी कॉलेज मैदान का भी किया दौरा
इसके बाद उन्होंने पीजी कॉलेज मैदान का दौरा किया, जहां जनजातीय गौरव दिवस का मुख्य कार्यक्रम आयोजित होगा। यहां उन्होंने डोम पंडाल, बैठक व्यवस्था, वीआईपी गेट, यातायात बेरिकेडिंग, प्रवेश एवं निकास द्वार, पेयजल व्यवस्था, बिजली और पार्किंग जैसे सभी बिंदुओं की समीक्षा की। साथ ही उन्होंने सांस्कृतिक मंच और स्टॉल्स की साज-सज्जा का भी निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सभी तैयारियां समय से पूरी हों ताकि कार्यक्रम में कोई कमी न रह जाए।
सोनमणि बोरा ने पीजी कॉलेज ऑडिटोरियम में आयोजित होने वाली संगोष्ठी की तैयारियों की भी समीक्षा की। उन्होंने संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि कार्यक्रम पूरी तरह सुव्यवस्थित और समयबद्ध तरीके से संपन्न हो। उन्होंने कहा कि यह अवसर न केवल जनजातीय गौरव का प्रतीक है, बल्कि प्रदेश के लिए सम्मान का क्षण भी है, इसलिए सभी व्यवस्थाएं उच्च स्तर की हों।
निरीक्षण के दौरान सरगुजा संभागायुक्त नरेन्द्र दुग्गा, कलेक्टर विलास भोसकर, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राजेश अग्रवाल, जिला पंचायत सीईओ विनय कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टर सुनील नायक, एएसपी अमोलक सिंह ढिल्लों और आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त ललित शुक्ला सहित कई अधिकारी मौजूद रहे। सभी विभागों को अपनी-अपनी जिम्मेदारियां तय समय में पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।





