जिले में बढ़ते कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा 23 सौ के पार

Gaurav Sharma
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कोरोना

बालाघाट, सुनील कोरे। बालाघाट जिले में बीते तीन महिनों से रोजाना ही कोरोना पॉजिटिव मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। जिले में बढ़ते कोरोना मरीजों का आंकड़ा 23 सौ के पार हो गया है। बीते 19 नवंबर को 24 नये कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आये है।

19 नवंबर को प्राप्त रिपोर्ट में जिले के 24 मरीजों के सैंपल कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं। इस प्रकार बालाघाट जिले में अब तक कुल 2339 मरीज कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। इनमें से 2276 मरीज शासन के प्रोटोकॉल के अनुसार ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। 37 मरीजों का उपचार किया जा रहा है, 15 मरीजों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज छिंदवाड़ा रेफर किया गया है और 11 मरीजों की मृत्यु हो चुकी है।

अन्य जिलों एवं राज्यों में बालाघाट जिले के 322 व्यक्ति कोरोना संक्रमित पाये गये है। 20 मरीजों को होम आईसोलेशन में भर्ती रखा गया है। शासन के प्रोटोकाल के अनुसार 18 मरीजों के ठीक हो जाने पर उन्हें 19 नवंबर को डिस्चार्ज कर दिया गया है। कोरोना जांच के लिए बालाघाट जिले से 43 हजार 693 सेंपल भेजे जा चुके है। इनमें से 39 हजार 889 सेंपल की रिपोर्ट निगेटिव आयी है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मनोज पांडेय के अनुसार 19 नवंबर को बालाघाट जिले के 24 मरीजों के सैंपल कोरोना पॉजिटिव पाये गये हैं, इन मरीजों में नगरीय क्षेत्र बालाघाट के वार्ड नंबर 01 का 58 वर्षीय पुरुष, वार्ड नंबर 13 का 44 वर्षीय पुरूष, वार्ड नंबर-06 चित्रगुप्त नगर के 18 वर्षीय दो युवक, वार्ड नंबर-22 मार्डीकर गली का 58 वर्षीय पुरूष, वार्ड नंबर-03 बैहर रोड का 35 वर्षीय पुरूष, लालबर्रा तहसील के ग्राम मानपुर की 54 वर्षीय महिला, 54 वर्षीय पुरूष, 67 वर्षीय पुरूष, टेंगनीकला का 53 वर्षीय पुरूष, टेंगनीखुर्द का 35 वर्षीय पुरूष, 50 वर्षीय पुरूष, 11 वर्षीय बालक, 16 वर्षीय युवती, 40 वर्षीय महिला, 55 वर्षीय पुरूष, लालबर्रा की 52 वर्षीय महिला एवं 60 वर्षीय पुरूष, लांजी तहसील के ग्राम पौसेरा का 65 वर्षीय पुरूष, खैरलांजी तहसील के ग्राम फोगलटोला की 62 वर्षीय महिला, ग्राम साकड़ी की 62 वर्षीय महिला एवं नगरीय क्षेत्र वारासिवनी के वार्ड क्रमांक-06 की 54 वर्षीय महिला, 56 वर्षीय पुरूष एवं 72 वर्षीय पुरूष शामिल है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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