मनोरंजन, डेस्क रिपोर्ट। 3 जून को अक्षय कुमार और मानुषी चिल्लर की फिल्म सम्राट पृथ्वीराज (Samrat Prithviraj) रिलीज हुई। हालांकि फिल्म का पहला दिन इस साल की अन्य ब्लॉकबस्टर फिल्मों से बुरा रहा। फिल्म में अक्षय कुमार, सोनू सूद और संजय दत्त की एक्टिंग काफी कमाल की थी। लेकिन अब बात फिल्म की कहानी की करें तो कुछ लोगों का कहना है की इसमें दिखाए गए कई सीन इतिहास की किताबों से अलग है, जो फिल्म पर कई सवाल उठाते हैं। सम्राट पृथ्वीराज महान हिन्दू शासकों में से एक थे, जिनकी हार उन्ही के अपनों द्वारा दिए धोखे के कारण हुई। इतिहासकारों के मुताबिक 1191 में पहली तराइन का युद्ध (Battle of Terain) हुआ था, जिसमें ग़ज़नी के मुहम्मद को हार मिली।
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जब तक पृथ्वीराज चौहान का शासन था, तब तक देश बाहरी हमलावरों से बचा रहा। हार के बाद करीब एक साल की तैयारी के बाद मुहम्मद फिर लौट और 1192 में दूसरा Battle of Terain हुआ, जिसमें कन्नौज के राजा ने मुहम्मद का साथ दिया। इस युद्ध को इतिहास का सबसे अनदेखा मोड़ माना जाता है, इस युद्ध में छल-कपट के कारण सम्राट पृथ्वीराज की हार होती है। इस युद्ध में कई भारतीय सैनिक मारे गए और पृथ्वीराज को भागना पड़ा। इतिहासकार के मुताबिक सरस्वती नदी के पास तुर्कियों ने उन्हें पकड़ लिया और सम्राट के कई किले पर कब्जा कर लिया। उसके बाद अजमेर पर भी तुर्की आक्रमणकारियों का राज हुआ।