ऋषि कपूर की पुरानी यादें होंगी ताज़ा, उनकी आखिरी फिल्म “शर्माजी नमकीन” का पोस्टर आउट

मुंबई, डेस्क रिपोर्ट। ऋषि कपूर बॉलीवुड की जानी-मानी हस्तियों में से एक थे।  राज कपूर के बेटे होने के साथ-साथ उन्होंने फिल्मी दुनिया में अपनी अलग पहचान बनाई थी। करीब 2 साल पहले 30 अप्रैल, 2020 को मुंबई में उन्होंने अपनी आखिरी सांसे ली। लेकिन फिर से दर्शकों और उनके फैंस को उनकी एक्टिंग देखने का मौका मिल सकता है। बुधवार को अमेजॉन प्राइम में  ऋषि कपूर की आखिरी फिल्म “शर्माजी नमकीन” का पहला पोस्टर लॉन्च किया है। इस फिल्म की खास बात यह है की,  इसमें बॉलीवुड के दो महान कलाकार एक साथ नजर आएंगे।  ऋषि कपूर और परेश रावल दोनों ही इस फिल्म का अहम हिस्सा है।

यह भी पढ़े…. Coca-Cola समेत MacDonalds और Starbucks भी करेंगे रूस में अपनी सर्विस बंद..

“शर्माजी नमकीन” 31 मार्च को ओटीटी प्लेटफॉर्म अमेजॉन प्राइम वीडियो पर रिलीज की जाएगी।  यह फिल्म रितेश सिधवानी, फरहान अख्तर, हनी त्रेहान, अभिषेक चौबे द्वारा प्रोड्यूस्ड है और हितेश भाटिया द्वारा निर्देशित है। ऋषि कपूर के कुछ फैंस फिल्म को लेकर काफी खुश नजर आए, तो वहीं कुछ भावुक हो गए। कुछ दर्शक ऋषि कपूर और परेश रावल को एक साथ देखने के लिए उत्सुक हैं। बुधवार को प्राइम वीडियो ने इंस्टाग्राम पर शर्मा जी नमकीन का पोस्टर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा है कि, “सब उठो, पहली बार 2 किंवदंतियाँ (Legends) कुछ नमकीन बनाने और आपके जीवन में कुछ मसाला जोड़ने के लिए आई हैं । “शर्माजी नमकीन ” ऑन प्राइम ।

 

View this post on Instagram

 

A post shared by amazon prime video IN (@primevideoin)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News