चाईबासा, डेस्क रिपोर्ट। कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर है। अक्टूबर महीने में उनके वेतन में वृद्धि (Salary hike) देखी जाएगी। दरअसल उन्हें सातवें वेतनमान (7th pay commission) का लाभ दिया जाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा बजट डाटा HRD को भेजा गया है। वहीं 1 महीने के अंदर वेतन एरियर्स (salary-arrears) का भुगतान किया जाना है। इतना ही नहीं 2016 से पहले रिटायर हुए कुछ शिक्षकेतर कर्मचारियों को भी सातवें वेतनमान का लाभ मिलेगा। वहीं उनके पेंशन राशि में बढ़ी हुई राशि जोड़कर उन्हें एरियर सहित राशि का भुगतान किया जाएगा।
वही बजट तैयार करने के साथ विभाग को भेजे जाने के बाद अक्टूबर महीने में कर्मचारियों के खाते में राशि बढ़ेगी। 2016 से पहले रिटायर हुए कुछ शिक्षकेतर कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाएगा। साथ ही उन्हें एरियर की राशि का भुगतान किया जाएगा। सेवानिवृत्त कर्मचारी में तृतीया वर्ग के कर्मचारी सहित चतुर्थ वर्ग के भी रिटायर कर्मचारियों को शामिल किया गया है। वहीं अधिनियम के तहत जिन कर्मचारियों का निधन हो गया है। उनके आश्रितों को भी साथ में वेतनमान के तहत लाभ मुहैया कराया जाना है।
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वही तीन सौ शिक्षकेतर कर्मचारियों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाना है। जिसके बाद एक एक कर्मचारियों को लंबित एरियर्स के रूप में 4 से 5 लाख रुपए तक का भुगतान किया जाना है। जबकि कुछ कर्मचारियों के लंबित वेतन बढ़कर 10 लाख रुपए तक हो जाएंगे। ऐसी स्थिति में विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा एक साथ पूरी राशि का भुगतान किस्तों के आधार पर कर्मचारियों को राशि का भुगतान किया जाएगा।
बता दे कि कोल्हन विश्वविद्यालय चाईबासा में सातवें वेतनमान शिक्षकेतर कर्मचारियों के लिए लागू नहीं होने पर कई कर्मचारी द्वारा लंबे समय से आंदोलन चलाया जा रहा है। लगातार सरकार के पास पत्राचार के माध्यम से अपनी बात पहुंचाई जा रही है। वहीं शिक्षकेतर कर्मचारी का मानना है कि शिक्षकों के सातवें वेतनमान लागू हो गए हैं तो शिक्षकेतर कर्मचारियों को सातवें वेतनमान लागू करने में सरकार की देरी उनकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर रही है।