भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। माध्यमिक शिक्षा मंडल, मध्य प्रदेश (Board of Secondary Education, Madhya Pradesh) द्वारा जल्द 10वीं और 12वीं के परीक्षा परिणाम (Exam Results) घोषित कर दिए जाएंगे। इसके लिए तैयारियां पूरी कर गई है। हालांकि हायर सेकेंडरी स्कूल के रिजल्ट (Higher Secondary School Result) देने के लिए एक मामले में शिक्षा मंडल MP Board अटक गया है। दरअसल माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं बोर्ड परीक्षा निरस्त होने से पहले जिन विद्यार्थियों के परीक्षा फॉर्म भरे गए थे लेकिन उनका शुल्क जमा नहीं हुआ था। अब उनसे परीक्षा शुल्क लेकर रिजल्ट तैयार किया जाएगा। इस संबंध में मध्य प्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आदेश जारी किए हैं।
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अपने आदेश में कहा है कि प्रदेश में 46000 ऐसे विद्यार्थी हैं। जिनके फॉर्म तकनीकी (form technique) गड़बड़ी हो परीक्षा निरस्त होने के कारण लंबित है। अब ऐसे विद्यार्थियों को 12वीं के परीक्षा परिणाम तैयार करने से पहले परीक्षा शुल्क अदा करना होगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल ने Corona संक्रमण के कारण 2020-21 की 10वीं 12वीं की परीक्षा निरस्त कर दी। परीक्षा निरस्त होने के बाद कई विद्यार्थी ऐसे थे। जिनके फॉर्म जमा हो चुके हैं लेकिन परीक्षा शुल्क जमा नहीं किया गया है।
जिसके बाद माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया कि ऐसे प्रकरण जिसमें परीक्षा फॉर्म भरे गए लेकिन शुल्क जमा नहीं किया गया है। इस तरह के आवेदन माध्यमिक शिक्षा मंडल को परीक्षा निरस्त करने की तिथि से पूर्व (यानी 10वीं की परीक्षा के लिए 14 मई 2021 और 12वीं की परीक्षा के लिए 2 जून 2021) तक प्राप्त हो चुके हैं। ऐसे विद्यार्थियों को जल्द परीक्षा शुल्क जमा कर परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा।
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जबकि लंबित फॉर्म को शुल्क अदायगी के बाद पूरा करने के बाद ही भविष्य में परीक्षा में शामिल होने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा जारी आदेश में यह भी कहा गया है कि माध्यमिक शिक्षा मंडल के पोर्टल पर दर्ज संस्था की ऑनलाइन प्रवेश सूची (online admission list) से हटकर किसी भी छात्र के नवीन परीक्षा फॉर्म (new exam form) नहीं भर पाए जाएंगे। ऐसे छात्र जिनका नाम ऑनलाइन सूची में दर्ज है, परीक्षा में शामिल होने के लिए उन्हें परीक्षा फॉर्म (exam form) भरना और सामान्य शुल्क 900 रुपए जमा करना अनिवार्य होगा।
12वीं के रिजल्ट को लेकर भी परेशानी समाप्त
इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा मंडल 12वीं के रिजल्ट को लेकर भी परेशानी को समाप्त कर दिया है। दरअसल 7 जुलाई को माध्यमिक शिक्षा मंडल ने एक आदेश जारी किया था। जिसमें कहा गया था MP Board में 12वीं की परीक्षा देने वाले सभी विद्यार्थी 10वीं की परीक्षा में एमपी बोर्ड से ऐसा जरूरी नहीं है। इस समस्या का हल माध्यमिक शिक्षा मंडल ने निकाल लिया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्यप्रदेश के लिए गाइडलाइन जारी कर दी गई है। जिसके मुताबिक 10वीं का प्रथम विषय- 12वीं का प्रथम विषय माना जाएगा। इसके अलावा 10वीं का दूसरा विषय 12वीं का दूसरा विषय माना जाएगा। 10वीं का तीसरा विषय 12वीं का डायवर्सिफाइड समूह का पहला विषय माना जाएगा। 10वीं का चौथा विषय 12वीं का डायवर्सिफाइड समूह का दूसरा विषय और 10वीं का पांचवा विषय 12वीं के डायवर्सिफाइड समूह का तीसरा विषय माना जाएगा।
इसके साथ ही माध्यमिक शिक्षा मंडल ने कहा कि ग्रेडिंग वाली Marks की मैपिंग के दौरान ग्रेडिंग के न्यूनतम अंक परीक्षा में जोड़े जाएंगे। उदाहरण के लिए यदि किसी बच्चे को दसवीं में 80 से 90 अंक की सीमा की ग्रेडिंग की गई है तो MP Board 12वीं की परीक्षा में उसके 80 अंक जोड़े जाएंगे। वहीं यदि किसी विद्यार्थी ने न्यूनतम 33% अंक प्राप्त किए हैं तो 12वीं की परीक्षा में उसे 33 नंबर दिए जाएंगे। जब यदि किसी विद्यार्थी की 10वीं की परीक्षा में 33% से कम है उसे 12वीं की परीक्षा में 33% अंक देकर उसे पास कर दिया जाएगा।