भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (MP) में नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत पढ़ाई शुरू की जा चुकी है। दरअसल 1 साल नई शिक्षा नीति के तहत सत्र संचालित करने के बाद एक बार फिर से MP College में नए सत्र की शुरुआत की जा रही है। इसके तहत बीकॉम, बीए प्रथम वर्ष के परीक्षा के नियम भी बदल दिए गए हैं। जिसके बाद अब छात्रों को अंकों के बंटवारे सहित नए नियम को जाना बेहद आवश्यक है।
दरअसल निजी छात्रों को अब Theory पेपर की परीक्षा देने के अलावा 15 दिन कॉलेज जाना अनिवार्य होगा। जिसके बाद उन्हें unhone जिस सेण्टर से फॉर्म भरा है, वहीँ उन्हें CCE की परीक्षा देनी अनिवार्य होगी सीसीई मूल रूप से कंटीन्यूअस एंड कंप्रिहेंसिव इवेलुएशन टेस्ट के रूप में जाना जाएगा। जिसके लिए कुल 30 अंक निर्धारित किए गए है।छात्रों को 30 अंक के प्रैक्टिकल परीक्षा में शामिल होने के लिए 15 दिन कॉलेज में आना अनिवार्य होगा। जिसमें सीसीई प्रैक्टिकल परीक्षा के अलावा मौखिक परीक्षा का भी संचालन किया जाएगा।
इसके अलावा नियमित छात्रों के लिए भी नई शिक्षा नीति के तहत नियम में बदलाव किए गए हैं। जिसमें छात्रों को एक भी क्वेश्चन विषय को चुनना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही उन्हें एक इलेक्ट्रिक विषय चुनाव करना होगा इसे 50-50 अंकों में विभाजित किया जाएगा। वोकेशनल कोर्स के लिए आंतरिक मूल्यांकन 50 अंक के होंगे। जिनमें 30 अंक प्रायोगिक रिकॉर्ड क्योंकि 15 अंक मौखिक परीक्षा और 5 अंक अटेंडेंस के रूप में दिए जाएंगे। इस परीक्षा में पास करने के लिए 17 न्यूनतम अंक लाना अनिवार्य होगा। वहीं 100 अंकों में कुल 34 अंक लाकर छात्र परीक्षा पास करने में सक्षम होंगे।
ऐसे छात्र जो सीसीई में शामिल ना हुए हैं, उन्हें पोर्टल पर खुद एक विषय का चुनाव कर उसका ऑनलाइन टेस्ट देना होगा। जिसके बाद इसके लिए ऑनलाइन ही नंबर छात्रों को उपलब्ध कराए जाएंगे। जिसे प्रैक्टिकल परीक्षा का नंबर मान्य किया जा सकता है। वही नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद अब जहां पीजी की परीक्षा में अंको की थ्योरी को बदल दिया गया है। दरअसल बीकॉम, बीए, बीएससी प्रथम वर्ष की परीक्षा मूल विषय की थ्योरी जहां 80 के बजाय अब 70 अंकों की होगी। आंतरिक मूल्यांकन 20 के बजाय 30 अंकों के होंगे।
वहीं परीक्षा 3 घंटे संचालित की जाएगी। जिसके लिए परीक्षा में पास होने के लिए न्यूनतम 23 अंक लाना अनिवार्य होगा। इसमें वस्तुनिष्ठ लघु उत्तरीय के अलावा दीर्घ उत्तरीय प्रश्न भी शामिल रहेंगे। आंतरिक मूल्यांकन के 30 अंकों में न्यूनतम 10 अंक लाना अनिवार्य होगा।