MP Weather Forecast: दिवाली से पहले मध्य प्रदेश के मौसम में उतार चढ़ाव देखने को मिल रहा है।एक तरफ दक्षिण पश्चिम मानसून की विदाई जारी है। अबतक 40 जिलों से मानसून विदा हो चुका है और अगले दो-तीन दिन में रीवा, शहडोल संभाग एवं जबलपुर संभाग के शेष क्षेत्रों से वापस लौटने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं। वही दूसरी तरफ वातावरण में कुछ नमी अभी बाकी है जिसके चलते दो तीन पूर्वी हिस्से में बादल छाने के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।खास करके सिवनी, मंडला, बालाघाट, अनूपपुर और डिंडौरी में इसका असर देखने को मिल सकता है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम और ग्वालियर संभाग के शहरों में रातें ठंडी रहेंगी।
मध्य प्रदेश मौसम विभाग का ताजा पूर्वानुमान
दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी रेखा 28° उत्तर/86° पूर्व, रक्सौल, वाराणसी, जबलपुर, अकोला, अलीबाग अहिल्यानगर और 18.5° उत्तर/72° पूर्व से होकर गुजर रही है।अगले 2-3 दिनों के दौरान महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार के शेष भागों; संपूर्ण झारखंड और छत्तीसगढ़ तथा पश्चिम बंगाल, सिक्किम, ओडिशा और तेलंगाना के कुछ भागों से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। निम्न दबाव का क्षेत्र (चक्रवाती तूफान “शक्ति” का अवशेष) पश्चिम-मध्य अरब सागर पर अवस्थित है और उससे जुड़ा चक्रवातीय परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 4.5 किमी ऊपर की ऊंचाई पर सक्रिय है। पश्चिमी विक्षोभ, एक चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में उत्तर-पश्चिम यूपी और निकटवर्ती क्षेत्रों में माध्य समुद्र तल से 3.1 और 4.5 किमी की ऊंचाई के मध्य अवस्थित है एवं इसके साथ एक ट्रफ़ 30°N अक्षांश के उत्तर में एवं 81°E देशांतर पर माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी की ऊंचाई पर विस्तृत है।
मध्य प्रदेश : अबतक 15 जिलों से मानसून विदा
- अबतक मध्य प्रदेश के 15 जिलों से मानसून विदा हो चुका है। इसमें उज्जैन, राजगढ़,अशोकनगर ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, आगर-मालवा, नीमच, मंदसौर, रतलाम भोपाल, इंदौर, धार, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा, सीहोर, रायसेन, विदिशा, नर्मदापुरम, बैतूल, सागर और उज्जैन शामिल हैं।
- आमतौर पर मानसून 6 अक्टूबर तक विदा हो जाता है लेकिन इस बार नए वेदर एक्टिव होने से मानसून की वापसी में देरी हो रही थी और अब मानसून वापसी की परिस्थितियां अनुकूल है, ऐसे में 10-12 अक्टूबर से पूरे प्रदेश से मानसून की विदाई संभव है। इस वर्ष मानसून ने प्रदेश में 16 जून को दस्तक दी थी।
Madhya Pradesh: 1 जून से 11 अक्टूबर तक कहां कितनी हुई वर्षा
- मध्य प्रदेश में अब तक 47 इंच बारिश हो चुकी है वैसे 37.3 इंच पानी गिरना था। इस हिसाब से 7.8 इंच पानी ज्यादा गिर चुका है। प्रदेश की सामान्य बारिश औसत 37.2 इंच है। अब तक 122 प्रतिशत बारिश हो चुकी है पिछले मानसूनी सीजन में औसत 44 इंच बारिश हुई थी।
- गुना में सबसे ज्यादा 65.6 इंच बारिश हुई। मंडला-रायसेन में 62 इंच और श्योपुर-अशोकनगर में 56 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। हालांकि शाजापुर, खरगोन, खंडवा, बड़वानी और धार में सबसे कम बारिश हुई।
- ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, भिंड, मुरैना, दतिया और श्योपुर में कोटे से ज्यादा पानी गिर चुका है। भोपाल, राजगढ़, रायसेन, विदिशा, अलीराजपुर, बड़वानी, कटनी, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, रतलाम, मंदसौर, नीमच, आगर-मालवा, भिंड, मुरैना, श्योपुर, सिंगरौली, सीधी, सतना और उमरिया में बारिश का कोटा फुल हो चुका है।
पिछले 24 घंटे में कहां कैसा रहा मौसम
- प्रदेश के 22 जिलों में न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा
- खजुराहो में सबसे अधिक तापमान 33.4 डिग्री दर्ज
- राजगढ़ का न्यूनतम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
- इंदौर में 15 डिग्री और धार में 15.6 डिग्री न्यूनतम तापमान भी सामान्य से काफी कम।
- भोपाल, इंदौर और उज्जैन जैसे पश्चिमी जिलों में मौसम साफ रहा ।
- जबलपुर, शहडोल, बालाघाट, अनूपपुर जैसे पूर्वी जिलों में बादल छाए रहे।
MP Weather Forecast Till 15 October






