भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। रवि विपणन वर्ष 2022 के लिए समर्थन मूल्य पर गेहूं पंजीयन (wheat registration on support price) की प्रक्रिया को एक नई दिशा दी गई है। जिसके बाद किसानों (MP Farmers) को इसका लाभ मिलेगा। नई नीति में किसान को स्वयं पंजीयन (registration) के लिए आने की आवश्यकता नहीं होगी। इसके लिए इलेक्ट्रॉनिक साधन के साथ एमपी ऑनलाइन (MP Online) किओस्क वर्ष शुल्क जमा कर किसानों को पंजीयन कराने की सुविधा मिलेगी। इसके लिए सभी कलेक्टरों को पत्र भेजकर नई व्यवस्था की जानकारी दी गई है।
यह बात प्रमुख सचिव, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षण फैज अहमद किदवई ने कही है। प्रमुख सचिव ने कहा कि उपार्जन केंद्र पर जाकर फसल बेचने के लिए एसएमएस की अनिवार्यता को भी समाप्त किया गया है। इस मामले में किसान SMS पर तिथि के मुताबिक फसल उपार्जन केंद्र पर बेचता था। जिसके बाद अब नए नियम के मुताबिक निर्धारित पोर्टल से नजदीक के उपार्जन केंद्र पर अपनी सुविधा अनुसार तिथि और स्लॉट का चयन करने में किसान सक्षम होंगे।
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साथ ही गेहूं उपार्जन के लिए निशुल्क और शुल्क के साथ पंजीयन की व्यवस्था की गई है। किसान स्वयं के मोबाइल से या फिर ग्राम और जनपद पंचायत सचिव के सुविधा केंद्र पर जाकर निशुल्क पंजीयन करा सकेंगे। इसके अलावा जो किसान पंजीयन नहीं कर सकते हैं। अधिकतम ₹50 का शुल्क देकर एमपी ऑनलाइन या कॉमन सर्विस सेंटर के तहत गेहूं उपार्जन के लिए पंजीयन करा सकेंगे।
किसानों को फसल के रजिस्ट्रेशन का पंजीयन कराने के लिए और फसल बेचने के लिए आधार नंबर का वेरिफिकेशन जरूरी होगा। आधार नंबर को मोबाइल नंबर से लिंक करने के साथ ही साथ बायोमेट्रिक सुविधा किसानों को उपलब्ध कराई जाएगी। नए नियम के तहत अपनी उपार्जित फसल का फसल का भुगतान आधार नंबर से लिंक खाते में ही किया जाएगा
किसानों को बैंक खाता नंबर और IFSc कोड में होने वाली असुविधा पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी। किसानों को आधार नंबर से बैंक खाते को लिंक कराना अनिवार्य होगा। इसके साथ ही खाते को अपडेट रखने के अलावा किसान आधार पंजीयन केंद्र पर मोबाइल नंबर की प्रविष्टि भी करने में सक्षम होंगे।