रायसेन, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश में धर्म परिवर्तन (Religion change) का एक बड़ा मामला सामने आया है। दरअसल रायसेन (raisen)जिले में धर्म परिवर्तन (religious conversion) की गतिविधियां देखने को मिली है। जबरन 3 बच्चों के धर्म परिवर्तन कराए गए हैं। शिशु गृह संचालक द्वारा आधार कार्ड (Aadhar card) पर भी नाम बदले गए हैं। जिस पर अब राष्ट्रीय बाल आयोग (National Children’s Commission) के अध्यक्ष ने FIR के निर्देश दिए हैं। जानकारी के मुताबिक 2 साल तक यह तीनों बच्चे हिंदू थे।
जिन का धर्म बदला गया है। उनमें 4 से 6 वर्ष के बच्चे शामिल हैं जिनमें दो लड़की और एक लड़का शामिल है। इस मामले में राष्ट्रीय बाल आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो खुद निरीक्षण करने रायसेन पहुंचे थे। बाल संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो शनिवार को रायसेन जिले के गोहरगंज कस्बा का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान तीन बच्चों के नाम और धर्म बदलकर बालगृह संचालक द्वारा नए नाम और धर्म के दस्तावेज बनवा लेने का मामला सामने आया है।
जिस पर अध्यक्ष द्वारा प्रशासन को ट्वीट करते हुए लिखा गया है कि बच्चों के धर्म परिवर्तन का यह मामला बेहद गंभीर है। शिकायत मिली थी कि लगभग 2 वर्ष पहले एकल परिवार के तीन बच्चे, जो आपस में भाई बहन हैं। उन्हें शिशु गृह लाया गया था। बाद में उनके धर्म परिवर्तन करते हुए दस्तावेज में उनके नाम भी बदल दिए हैं।
बाल अधिकार संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा इस मामले में जब बच्चों से बात की गई। उनका कहना है कि उनके माता-पिता हिंदू थे लेकिन शिशु ग्रह में उनका नाम मुस्लिम कर दिया गया है। इसके साथ ही उनके आधार कार्ड भी मुस्लिम नाम से बनवाए गए हैं। मामला सामने आने पर बाल आयोग के अध्यक्ष ने संचालक हसीन को जमकर फटकार लगाई है और शिशु ग्रह के सभी दस्तावेज को जब्त किया गया है। इसके साथ ही महिला बाल विकास को जांच कर इस मामले में एफआईआर दर्ज करने के निर्देश दिए गए हैं।
नाबालिग शाहरुख रुखसाना और सुहाना के पिता मंडीदीप के किसी फैक्ट्री में गार्ड का काम करते हैं।उनकी मां के साथ नहीं रहती हैं। उनकी मां अपने बच्चों को लेकर भोपाल चली आई थी। यहां पर मस्जिद के पास किसी मुस्लिम फकीर के साथ भीख मांगने का काम करने लगीं। उन्होंने मुस्लिम फकीर के साथ भीख मांगते हुए अपने बच्चों का नाम शाहरुख सुहाना और रुखसाना रख दिया था। इसके बाद से ही मां अपने बच्चे से बिछड़ गए थे।
भोपाल के NGO को बच्चे लावारिस नजर आया। जिसके बाद उन्हें बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया गया था। रायसेन जिले का मामला होने के कारण यह प्रकरण रायसेन बाल कल्याण समिति के पास भेजा गया। बाल कल्याण समिति ने बच्चों को गोदी शिशु गृह गोहरगंज को बच्चों को पुनर्वास करने के लिए सौंप दिया था। जहां उनके हिंदू नाम को हटाकर उन्हें नाम परिवर्तित करें मुस्लिम बना दिया गया है।
इस मामले में जांच करने पर पता चला है कि बच्चों के माता-पिता हिंदू है, जिसके बाद बाल आयोग ने हसीन परवेज को इस मामले में आरोपी बनाया है। कानूनगो के निर्देश पर प्रशासन सक्रिय हो गया है। शिशु ग्रह के संचालक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर अरविंद दुबे ने एसडीएम और महिला बाल विकास अधिकारी को संबंधित मामले में जांच के निर्देश दिए। जल्द ही रिपोर्ट सौंपने को कहा है।