भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। नगरीय निकाय चुनाव (Urban Body Election) और पंचायत चुनाव (Panchayat Election) से पहले कांग्रेस (Congress) के राज्यसभा सांसद (Rajyasabha MP) और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Former Chief Minister Digvijay Singh) ने बड़ा ऐलान किया है। आज शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता आयोजित कर दिग्विजय सिंह ने कहा है कि केंद्र सरकार (Central Government) के तीनों काले कृषि कानूनों (Farm Bill 2020) के खिलाफ और किसानों (Farmers) की समस्याओं को लेकर समूचे मध्यप्रदेश (MP) में किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) होंगी।
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दिग्विजय सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के किसान संगठन (Farmer Organization) व किसान (Farmers) हितेषी राजनेतिक पार्टियों के प्रतिनिधि मिलकर इन तीन कानूनों (Agricultural Laws) की सच्चाई बताने, भ्रम दूर करने और जन जागरण के लिए किसानों (Farmers) से सीधा संवाद करने के लिए मध्यप्रदेश के ग्रामीण इलाकों में किसान महापंचायतों का आयोजन करेंगे।
दिग्विजय सिंह यही नहीं रुके और आगे कहा कि मध्यप्रदेश से देश में चल रहे किसान आन्दोलन(Farmers Protest) को मजबूती प्रदान करेंगे। किसान महापंचायतों का सीधा उद्देश्य किसानों की बात, किसानों के बीच में करना है व किसान आन्दोलन और गाँवों के बीच में एक समन्वय स्थापित करना है ताकि देश (India) के किसान नेताओं की बात हमारे गाँवों के किसानों तक पहुंच सके। इन किसान महापंचायतों से मध्यप्रदेश के किसान अपने भविष्य का रास्ता तय कर सकेंगे।किसान महापंचायत में राजनितिक चर्चा की बजाये सिर्फ किसान हित की ही चर्चा होगी।
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दिग्विजय सिंह ने बताया कि किसान महापंचायत का उद्देश्य किसानों से संवाद स्थापित करना है इसीलिए मंच की जगह सभी सम्मानीय आमंत्रित अतिथि जाज़म पर बैठेंगे और सिर्फ वक्ता ट्राली द्वारा बनाये गए मंच से अपनी बात रखेंगे। इस महापंचायत में किसी भी तरह का प्रदर्शन नहीं होगा, किसी का भी स्वागत नहीं होगा। किसान महापंचायत में शामिल होने के लिए समस्त किसान हितेषी राजनैतिक दल एवं मध्यप्रदेश के किसानों के हितों के लिए काम करने वाले किसान संगठनों के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया गया है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि पिछले तीन माह से ज्यादा देश के 400 से ज्यादा किसान संगठन (Farmer Organization) के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 3 काले कृषि कानूनों को हटाने एवं न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) के गारंटी को लेकर पूरे देश में आन्दोलन चल रहा है किन्तु सरकार की हठधर्मिता के कारण अभी तक किसानों की समस्याओं का केंद्र सरकार द्वारा समाधान नही निकाला गया है जबकि कडकती ठण्ड में अब तक 200 से ज्यादा किसान अपने प्राणों की आहुति दे चुके हैं। लाखों की संख्या में बच्चों से लेकर बुज़ुर्ग तक कडकती ठण्ड और अब गर्मी में सरकार से अपनी मांगों को लेकर गुहार लगा रहे हैं।