सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि मेरी बहनों स्कूल की यूनिफार्म के लिए लगने वाले कपड़ों को खरीदने का काम भी आप ही कीजिये। कोई बिचौलिया नहीं चाहिये, आप ही काम करें और पूरा लाभ कमायें। आज मध्यप्रदेश में हमारी स्वसहायता समूह की बहनें नया इतिहास रच रही हैं। पहले हमारी बहनें स्वसहायता समूह के माध्यम से कार्य कर आजीविका कमाती थीं, लेकिन अब पोषण आहार तैयार करने के लिए फैक्टरी चलायेंगी। हमारी स्वसहायता समूह की बहनें तेल, केचप, शैम्पू, साड़ी सहित आवश्यकता की लगभग सभी वस्तुएं बना रही हैं। हमारी बहनों का उत्पाद आप खरीद लीजिये, मैं आपको इनके उत्पादों की शत-प्रतिशत शुद्धता की गारंटी देता हूं।
मेरी कर्मठ बहनें एक के बाद नया काम शुरु कर रही हैं। मूंगफली का शुद्ध तेल चाहिए तो महिला स्व-सहायता समूह की बहनों से खरीदो।100 प्रतिशत शुद्धता की गारंटी मैं देता हूं। महिला सशक्तिकरण की दिशा में सबसे बड़ी क्रांति मध्यप्रदेश की धरती पर हुई है कि अब महिलाएं कारखाना चलाएंगी।इसमें जो मुनाफा होगा वह कारखाने वाले समूह की बहनों के खाते में जाएगा। महिलाएं आत्मनिर्भर बनेंगी। हर साल 800 करोड़ रुपये का पोषण आहार बनाया जाता है। यहां ठेकेदारों का क्या काम। इसलिए हमने फैसला किया कि पोषण आहार महिला स्व-सहायता समूह की आजीविका मिशन की मेरी बहनें बनाएंगी ।
इसके साथ ही सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने शिवपुरी में जन-कल्याण और सुराज अभियान में महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम में प्रदेश की 20 हजार महिला स्व-सहायता समूहों को लाभान्वित किया।इन समूहों को क्रेडिट लिंकेज के अन्तर्गत 250 करोड़ रूपये का बैंक ऋण (Bank Loan) वितरित किया। सहरिया, बैगा और भारिया जनजाति की 2 लाख 27 हजार 687 महिलाओं को 22 करोड़ 77 लाख रुपये का आहार भत्ता और बाढ़ पीड़ितों को 163 करोड़ 28 लाख रूपये राहत राशि के रूप में वितरित किये और सिंगल क्लिक से राशि का वितरण की।
कार्यक्रम में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री एवं शिवपुरी जिले के प्रभारी मंत्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया, खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, लोक निर्माण राज्य मंत्री सुरेश धाकड़ सहित अन्य स्थानीय जन-प्रतिनिधि भी शामिल हुए।जन-कल्याण और सुराज अभियान में राज्य सरकार (MP State Government) द्वारा 17 सितम्बर से 7 अक्टूबर तक प्रदेश में विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में एक अक्टूबर को महिला सशक्तिकरण (women empowerment) के लिए राज्य स्तरीय कार्यक्रम शिवपुरी में हुआ।
बता दे कि विशेष पिछडी जनजातियों के लिये आहार अनुदान योजना (Aahaar Anudaan Yojana) शुरू की गई है। इन जनजातियों के परिवार 14 जिलों श्योपुर, मुरैना, ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, दतिया, शहडोल, उमरिया, अनूपपुर, छिंदवाडा, मंडला, बालाघाट और डिंडोरी में निवास करते हैं। इन परिवारों के खाते में एक हजार रूपये प्रतिमाह मिल रहे हैं। वही मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन (MP State Rural Livelihood Mission) के प्रारंभ से 31 अगस्त 2021 तक की स्थिति में करीब 2 हजार 54 करोड़ रुपये के बैंक ऋण का वितरण कर लगभग 2 लाख 65 हजार स्व-सहायता समूहों को लाभान्वित किया गया है।